कुमाऊँ
पहाड़ी आर्मी का 1 सितंबर से जन आंदोलन शुरू
हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी उत्तराखंड राज्य के शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए पहाड़ के ज्वलंत मुद्दों पर कल यानि एक सितंबर से जन आंदोलन करने जा रही है। पहाड़ की मूल स्थापना के लिए गैरसैंण स्थाई राजधानी बनाना अति आवश्यक है। यह कहना है पहाड़ी आर्मी के संयोजक हरीश रावत का। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुए 21 वर्ष हो गए पर अभी भी यह देश का एकमात्र राज्य है जिसकी कोई स्थाई राजधानी नहीं है।
उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए यहां के नौजवान माताओं बहनों और बुजुर्गों ने बहुत कुर्बानियां दी लेकिन राज्य बनने के बाद यहां के जनप्रतिनिधियों ने राज्य के हित में काम न कर सिर्फ अपने व्यक्तिगत हितों को साधने का काम किया कमजोर राजनीतिक इच्छाशक्ति वाले मुख्यमंत्रियों में उत्तराखंड राज्य के राज्य आंदोलनकारियों के उद्देश्यों को पूरा करने एवं जनता के हित में कोई मजबूत कदम नहीं उठाया है ।जिसकी वजह से पलायन बेरोजगारी, बढ़ने के साथ ही पहाड़ों में सूअर बंदरों का आतंक है। यहां सड़क, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के बदतर हाल हो गए हैं। उन्होंने कहा पिछले 20 वर्षों में अपने राजनीतिक फायदे के लिए गैरसैंण को सभी राजनीतिक दलों ने अपने अपने हिसाब से जनता को चूरन चटाया।
श्री रावत ने कहा पहाड़ी आर्मी स्थाई राजधानी के लिए आंदोलन करेगी। जिसे एक सितंबर से उत्तराखंड की जनता के बीच जाकर जनमत संग्रह शुरू किया जायेगा। जिसके लिए पहाड़िया आर्मी हल्द्वानी के बुध पार्क में 12:00 बजे एकत्रित होकर सर्वप्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित गोविंद बल्लभ पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण करेगी। उसके बाद जनमत संग्रह के लिए हल्द्वानी के बाजार में भ्रमण करेगी। इसके साथ ही नुक्कड़ नाटक और नुक्कड़ सभाएं करके पहाड़ की जनता को स्थाई राजधानी गैरसैण के लिए जागरूक करेगी ।