उत्तराखण्ड
ग्रामीणों ने की पंचायत, कहा बाहरी को जमीन बेची तो नाते रिश्ते खत्म !
ग्रामसभा पलना में पंचायत का ऐलान
खेत-गौचर बचाने को एकजुट हुए ग्रामीण
-नवीन बिष्ट
अल्मोड़ा। ग्राम सभा पलना के ग्रामीणों ने अपनी जमीन को बचाने के लिए कमर कस ली है। पंचायत कर ग्रामीणों ने खेती जमीन और चरागाह को किसी भी कीमत पर नहीं बेचने की बात कही। गांव की जमीन बेचे जाने की सुगबुगाहट के बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि वह अपनी जमीन बचाने के लिए जान की बाजी लगा देंगे। पंचायत में एक स्वर में कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी के दबाव में जमीन बेचेगा तो समस्त पंचायत उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार करेंगे, गांव का कोई भी व्यक्ति उससे कोई संबंध नहीं रखेगा।
खुली पंचायत में प्रस्ताव पास कर ग्रामीणों ने जमीन के खरीददारों को चेतावनी दी कि उनकी जमीन को खरीदने का सपना न देखें। जो जमीन बेचेगा और जो जमीन के खरीददारों की मदद करेगा उसको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पंचायत में जुटी महिलाओं में भी खास गुस्सा देखने को मिला। महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि वह अपनी पुरखों की जमीन बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं ।
पंचायत में जुटे लोगों ने कहा कि ग्राम पंचायत पलना की जमीन को खरीदने के लिए प्रदेश के बाहर के लोग आ रहे हैं, ये कुछ स्थानीय स्वार्थी ग्रामीणों की मदद से गांव वालों को डरा धमका कर जमीन बेचने को मजूबर कर रहे हैं। जिसका पूर जोर विरोध किया जाएगा। स्वार्थी लोग रात को ग्रामीणों के घर जाकर कर उन्हें रुपयों का लालच देने के साथ डरा धमका कर जमीन बेचने को मजबूर कर रहे हैं। बाहरी लोगों की साजिश को वह सफल नहीं होने देंगे। पंचायत में तय किया गया कि सभी ग्रामीण अपनी जमीन की खाता-खातौनी की समय पर जांच कराएंगे। जिससे उनकी जमीन को कोई दूसरा न बेच सके। गोल खाते की जमीन पर सभी ग्रामीणों से खास तौर पर सावधान रहने की अपील की है। मुख्य रूप से बैठक में चन्दन सिंह ,धनेन्द्र सिंह, बिशन सिंह, पान सिंह, पनीराम, देवराम, मोहन सिंह, मोहन राम, रोहित सिंह, सूरज, राजू सतवाल, मुन्नी देवी, ममता देवी,तारा देवी,उमा देवी,माया सतवाल, महेश सिंह, पूरन सिंह भण्डारी, प्रताप सिंह, जीवन सिंह ,रघुवीर सिंह ,मनोज , महेष राम सुरेश टम्टा सहित अनेक ग्रामवासी मौजूद रहे।