कुमाऊँ
क्षेत्र के विकास की पृष्ठभूमि में कुमाऊंनी कलाकारों की भूमिका
दन्या । (संवाददाता) उत्तराखंड के उभरते कुमाऊनी कलाकरों के द्वारा लगातार क्षेत्र की सामाजिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक परम्पराओं पर अनेको फिल्मों को फिल्म निर्माताओं द्वारा फिल्माया गया है। ये फिल्में क्षेत्र के विकास की पृष्ठभूमि ही नही देश के बदलते स्वरूप के साथ संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद व पर्यटन के क्षेत्रों में निर्मित कुमाऊनी फिल्मों के गानों ने राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मंचों पर धूम मचा रखी है। जो बदले हुए सामाजिक परिवेश में रोजगार को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण साधन बना हुआ है।
देवभूमि उत्तराखंड के अलग अलग क्षेत्रों के विभिन्न पहाड़ी ग्रामीण रहन सहन, खेत खलियान व पहाड़ो के सुंदर दृश्यों पर फिल्म की सूटिंग करने का अवसर फ़िल्म निर्माताओं को मिल रहा है। उत्तराखंड के जागेश्वर विधानसभा के पितना गांव के कुमाऊनी फिल्म प्रोडेक्टर लक्ष्य राज के डायरेक्टर राजू गैड़ा द्वारा कुमाऊनी फिल्म “लगादे ठुमका” पर गुड्डू बोरा(गुड्डू रंगीला)के गानों ने मचाई धूम। जागेश्वर विधानसभा के पितना में कुमाऊनी फिल्म “लगादे ठुमका” का शुभारंभ पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह महरा ने किया।
पूर्व अध्यक्ष मोहन सिंह महरा ने बताया इस प्रकार पहाड़ी आँचल की गोद में बनाई जाने वाली कुमाऊनी व हिंदी फिल्मों से देवभूमि की सांस्कृतिक नगरी के युवाओं व बच्चों को भी अपने अंदर की कला को उभारने का मौका मिलेगा। पहाड़ी आँचल के गांव देहात से अनेकों फिल्मों की शूटिंग करने का अवसर फिल्म उद्योग जगत के लिए काफी अच्छा मौका माना जाता है। गायक गुड्डू बोरा ने बताया ये मेरी दूसरी कुमाऊनी फिल्म है। जो नए वर्ष पर बाजार में आ जायेगी। इस फिल्म में चार साल की छोटी बच्ची ठुमका लगते हुए काफी अच्छा डांस करती है। जिसकी दर्शकों ने काफी सराहना की है।