उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में अप्रैल से ही बढ़ने लगी गर्मी, मई में और ज्यादा झुलसाने वाला होगा मौसम
उत्तराखंड में इस बार गर्मी ने वक्त से पहले ही तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। अप्रैल के महीने में ही कई शहरों का तापमान 30 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है और मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी और भी ज्यादा परेशान करने वाली है। मई की शुरुआत में सूरज और ज्यादा तेज होगा और तपिश पहले से ज्यादा बढ़ेगी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार गर्मी पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि इस बार हीट वेव के दिन पहले से ज्यादा होंगे। यानी लू चलेगी और इसका असर लोगों की सेहत पर साफ दिखाई देगा। लू तब मानी जाती है जब तापमान किसी इलाके के औसत से काफी ज्यादा ऊपर चला जाता है। ऐसे में गर्मी से बचना और खुद को फिट रखना बड़ी चुनौती हो जाती है।
गर्मी से होने वाली दिक्कतों को लेकर ईटीवी भारत ने देहरादून के जाने-माने डॉक्टर विपुल कंडवाल से बात की। उन्होंने बताया कि इस मौसम में सबसे जरूरी है खुद को हाइड्रेट रखना। मतलब ये कि सिर्फ पानी ही नहीं, बल्कि जूस, ओआरएस, ग्लूकोन डी जैसी चीजें भी दिनभर लेते रहनी चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। जितना हो सके उतना बार-बार पानी पिएं और फ्रेश फ्रूट जूस जैसी चीजें इस्तेमाल करें।
डॉक्टर का ये भी कहना है कि गर्मी के वक्त दोपहर के समय बाहर निकलने से बचना चाहिए क्योंकि यही वक्त सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। गर्मी में एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए, इस पर डॉक्टर का कहना है कि ये इंसान की सेहत पर निर्भर करता है। अगर कोई हार्ट पेशेंट है तो उसे अपने डॉक्टर की सलाह से ही पानी पीना चाहिए। लेकिन अगर कोई व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ है तो उसे कम से कम दो से ढाई लीटर तक लिक्विड कंटेंट रोजाना लेना चाहिए। इसमें सिर्फ पानी नहीं, जूस और बाकी तरल चीजें भी शामिल हैं।
इस बार की गर्मी आम लोगों के लिए आसान नहीं होने वाली, इसलिए जरूरी है कि लोग पहले से ही सजग रहें और छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर खुद को सुरक्षित रखें।
















