उत्तराखण्ड
भोले की नगरी में पार्वती को सिंहासन,भक्तों ने मनाया जश्न
भाजपा की विजय, कांग्रेस भविष्य को लेकर आशान्वित
-नवीन बिष्ट
बागेश्वर । विधानसभा में हुए उपचुनाव में भले ही भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया है। लेकिन जीत के मामूली अन्तर ने कौंग्रेस को हार के बाद भी आशा किरण बरकार रखी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास की पत्नी और भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पार्वती दास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार को 2405 मतो से हराया है। इस जीत से पार्टी कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं।
भारतीय जनता पार्टी की पार्वती दास को 33247 और बसंत कुमार को 30842 वोट मिले। वहीं 1257 वोट नोटा को मिले। मतगणना में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी की जीत के आंकड़े सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के खेमे में खुशी की लहर छा गई। इस उपचुनाव को लेकर दोनों पार्टियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी।
पार्वती दास ने जीत के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके पति स्वर्गीय चंदन रामदास के द्वारा बागेश्वर क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों और राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में किया जा रहे विकास से जनता ने तरजीह दी है।
भारतीय जनता पार्टी के जिलध्यक्ष इन्द्र सिंह फर्स्वाण ने कहा कि पार्वती दास की जीत ने प्रमाणित किया है कि बागेश्वर की जनता भारतीय जनता पार्टी पर पूरी तरह से विश्वास करती है।
इसमें सबसे मजेदार बात यह रही कि भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरे नंबर पर नोटा को लोगों ने चुना। उत्तराखंड की क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल को लोगों ने नोटा से भी पीछे धकेल दिया। उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी अर्जुन देव को मात्र 857 वोट ही पड़े। वहीं सपा के भगवती प्रसाद को 637 और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रत्याशी भागवत कोहली को 268 वोट मिले।
पांच सितबंर को हुए उपचुनाव में कुल 55.88 प्रतिशत मतदान संपन्न हुआ था, जिसमें कुल 65570 मतदाताओं ने अपने मत डाले थे। आज मतगणना में जीत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल ने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पार्वती दास को विधायक पद का प्रमाण पत्र प्रदान किया। वहीं बागेश्वर स्थित भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़ते हुए जश्न मनाया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर भरोसा कायम है। बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में जीत यह दिखाती है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी बड़ी जीत दर्ज पुनः एक बार फिर केंद्र की सत्ता में वापसी करेगी।