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ओखलकांडा के क्वैराला व आसपास के गांवों में बाघ का आतंक
नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के क्वैराला, कालागर और के ग्रामीणों क्षेत्रों में बाघ और जंगली सुअरों का जबरदस्त आतंक छाया हुआ है। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। जिसको लेकर क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता पंचम मेवाड़ी ने वन विभाग को शिकायत भी की थी। उन्होंने वन मंत्री को इस मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा था। जिस पर वन विभाग ने क्षेत्र में पिंजरा लगाने का आश्वासन दिया था, लेकिन तीन माह बीत गए बावजूद इसके भी अभी तक वन विभाग द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया। बाघ ने बीते तीन महीनो में कई पालतू जानवरों को अपना निवाला बना लिया है। वहीं रात के समय सुअरों का झुंड लोगों के घरों के आसपास घूमता रहता है। जिससे लोग घर से बाहर तक नहीं निकल पा रहें है। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ ने अभी तक कुंदन मेवाड़ी, चंदू मेवाड़ी की गाय, डूंगर मेवाड़ी का बैल मनीराम की गाय, दयाल मेहता का कुत्ता, मनोज मेहता का कुत्ता, संजय कुमार की दूधारु गाय, राजू लामाकोटी का कुत्ता देवेंद्र जोशी के दो कुत्तों को अपना निवाला बनाया है। वही 1 जुलाई से बच्चों के स्कूल खुलने वाले है। जंगल का रास्ता होने की वजह से बच्चों को स्कूल जाने में खतरा बना हुआ है।