कुमाऊँ
पिथौरागढ़ गैंग रेप मामले में दो और आरोपियों की हुई पहचान
नैनीताल। पिथौरागढ़ जिले में 13 साल की किशोरी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के मामले में दो और आरोपियों की पहचान कर ली गयी है। दोनों आरोपी फरार बताये जा रहे हैं और दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट के साथ ही सम्पत्ति की कुर्की की कार्रवाई अमल में लायी जा रही है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की युगलपीठ में बुधवार को इस मामले में सुनवाई हुई। व्यक्तिगत रूप से पेश जांच अधिकारी की ओर से अदालत को बताया गया कि पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह इस प्रकरण की निगरानी कर रहे हैं और गैंग रेप के दो और आरोपियों की पहचान कर ली गयी है। इस मामले में चार आरोपी पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं। जबकि अभी दोनों आरोपी फरार हैं। कई जगह दबिश दी गयी लेकिन वह पकड़ में नहीं आये। पुलिस की ओर से दोनों की सम्पत्ति कुर्क करने की कार्यवाही अमल में लायी जा रही है। जांच अधिकारी की ओर से यह भी बताया गया कि आरोपियों की ओर से पीड़िता का एक वीडियो बनाया गया जिसे जांच के लिये चंडीगढ़ फोरेंसिक को भेजा गया है।
जांच अधिकारी ने बताया की अस्पताल में भर्ती करायी गयी पीड़िता को चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान की जा रही है। अदालत ने जांच अधिकारी को सख्त लहजे में हिदायत दी कि पीड़िता की सुरक्षा में लापरवाही कतई न बरती जाय। बता दें की
गैंग रेप का यह मामला तब संज्ञान में आया था जब पीड़िता के चाचा की ओर से रजिस्ट्रार जनरल को एक पत्र भेज कर पुलिस जांच में लापरवाही व सुरक्षा की मांग की गयी थी। पत्र में आरोप लगाया गया कि उनकी भतीजी एक मार्च को अपनी सहेली के साथ मंदिर गयी थी लेकिन कुछ युवकों ने उसे अगुवा कर लिया।
उसके साथ छह दिन गैंग रेप किया गया। इस दौरान उसे आरोपी नशीले इंजेक्शन देते रहे। पुलिस जांच में लापरवाही बरत रही है और आठ नौ आरोपियों में से सिर्फ चार को ही पकड़ा गया है। कुछ आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़िता के परिवार को धमकी भी दे रहे हैं।
पत्र में यह भी कहा गया कि पुलिस मुख्य आरोपी किशोर शर्मा व बग्गा शर्मा निवासी बस्ते गांव को गिरफ्तार नहीं कर रही है। दोनों अवैध शराब का कारोबार करते हैं। यही नहीं पुलिस छह दिन तक हाथ में हाथ धरे बैठी रही और ग्रामीणों के आक्रोश के बाद घटना के छठवें दिन पीड़िता को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया गया।
अदालत ने 20 अप्रैल को सुनवाई के दौरान पुलिस रवैये पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये थे।