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बेरोजगार युवाओं ने आंखों में उम्मीद लेकर सीएम आवास का किया कूच, पूरी होगी मांगे या मिलेगी निराशा ? देखें वीडियो!
उत्तराखंड में आज राज्य स्थापना दिवस मनाया गया है जहां पर एक तरफ उत्तराखंड को बने हुए 24 वर्ष पूरे हो चुके हैं वहीं उत्तराखंड बनने के बाद से उत्तराखंड के अंदर कई आंदोलन हुए लेकिन इसी बीच आज राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बेरोजगार संघ के द्वारा पुलिस कांस्टेबल भर्ती को लेकर एक महा रैली का आयोजन किया गया था।।
जिसमें प्रदेश के कोने-कोने से युवा देहरादून पहुंचे और उन्होंने गांधी पार्क से मुख्यमंत्री आवास तक कूच किया। इसी बीच वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार से युवाओं का हुजूम इस महारैली में देखने को मिला है और साथ ही कहीं ना कहीं पर यह सब दर्शाता है कि सरकार के द्वारा लिया गया निर्णय कहीं ना कहीं पर युवा इससे काफी आक्रोशित है.
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और इस आक्रोश के चलते उन्होंने आज इस महारैली में अपना प्रतिभाग किया इस महारैली को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड के बच्चे दूरस्थ इलाकों से निकलने के साथ ही देहरादून पहुंचे बेरोजगार संघ के एक आवाहन पर हजारों की संख्या में युवा बच्चे देहरादून पहुंचे और उन्होंने इस महारैली को सफल बनाने का काम किया।
जहां पर पूरा राज्य में आज स्थापना दिवस मनाया जा रहा था वही एक और युवा वर्ग अपने अधिकार के लिए सीएम आवास तक कूच किया और अब इस समय देखने वाली बात ही होगी क्या इस महारैली में जिस प्रकार से युवा वर्ग के द्वारा अपना पूरा समर्थन दिया गया था क्या यह अपने जगह पर सफल हुआ है
क्या युवाओं के द्वारा जो यह खास कदम उठाया गया था अपनी भर्ती प्रक्रिया में अपनी उम्र बढ़ाने को लेकर या उसमें सफल होते हैं या फिर यह सिर्फ एक जुमला बनकर या आश्वासन बनकर रह जाएगा जिस प्रकार से मुख्यमंत्री के द्वारा युवाओं को कई बार आश्वासन दिया गया है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा किए गए कई वादे अपनी जगह पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्होंने पूर्ण भी किए हैं
लेकिन क्या इस बार युवा वर्ग जो अपनी मांग को लेकर देहरादून की सड़कों पर उतरे थे क्या उनकी यह मांगी पूरी की जाएगी मुख्यमंत्री आवास तक जो कूच किया गया था वह सफल होगा या फिर पुलिस भर्ती का जो युवा वर्ग काफी लंबे समय से इंतजार कर रहा था उनके झोली इस बार भी खाली रहेगी
या उन्हें मुख्यमंत्री के द्वारा जो आश्वासन दिया गया था उससे उनकी झोली फिर से भरी जाएगी और जिन युवाओं की उम्र निकल चुकी है उन्हें एक बार फिर से भर्ती प्रक्रिया में प्रति भाग लेने का मौका मिलेगा क्योंकि हम आपको बताते चले कि उत्तराखंड में पुलिस कांस्टेबल भर्ती इस समय करीब पिछले 8 सालों के बाद निकली है और यह काफी लंबा समय होता है
क्योंकि पिछले कई सालों तक उत्तराखंड में पुलिस भर्ती आयोजित नहीं की गई थी uksssc हो या फिर यूकेपीएससी इसमें कई बार पेपर लीक होने के मामले सामने आए इसके बाद से आयोग की छवि कहीं ना कहीं पर खराब होती गई है और साथी सरकार की छवि भी इसमें काफी धूमिल होती गई है
लेकिन इन सबसे परे हटकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा जब से उत्तराखंड में उनके द्वारा कार्यभार संभाला गया उन्होंने एक बार फिर से युवा वर्ग हो या फिर जनता हो उन्होंने सबका विश्वास जीता भी है अब यह देखने वाली बात है क्या इस बार युवा वर्ग जो सड़कों पर खड़े होकर अपनी मांगे कर रहे हैं सीएम के द्वारा उनकी इन मांगों को पूरा किया जाएगा या फिर उनके हाथ निराशा लगती है यह तो देखने वाली बात है।