उत्तराखण्ड
उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन का संघर्ष जारी
उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन ने गढ़वाल के मृतक आश्रितो के द्वारा राजधानी देहरादून में 10 अक्टूबर 2022 से अनिश्चितकालीन धरने में सम्मिलित होने से लिखित तौर पर मना कर दिया है। यह जानकार देते हुए उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि उन्हे सूत्रों के हवाले से सूचना मिली है कि गढ़वाल के कुछ मृतक आश्रितो ने उत्तराखंड परिवहन निगम मृतक आश्रित नाम से एक नया संगठन बनाया है, इस नए संगठन के द्वारा राजधानी देहरादून में 10 अक्टूबर 2022 से अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ किया जा रहा है।

विश्वस्त सूत्रों से पता चला है,कि गढ़वाल के रोडवेज मृतक आश्रितो द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन में हमारे उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन के कुछ रोडवेज मृतक आश्रित एवं पदाधिकारी भी सम्मिलित होने जा रहे हैं। धरने में सम्मिलित होने का यह फैसला इन मृतक आश्रितों का निजी फैसला है। लेकिन हमारे संगठन ने साफ तौर पर लिखित सूचना के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत करा दिया है,कि हमारे संगठन के मृतक आश्रितो एवं पदाधिकारियों के साथ देहरादून के धरना स्थल पर कोई भी अनहोनी एवं कानूनी कार्यवाही या कोई भी दुर्घटना घटित होने पर वह मृतक आश्रित एवं पदाधिकारी स्वयं इसका जिम्मेदार होगा। ऐसे मृतक आश्रित एवं पदाधिकारियों का हमारे उत्तराखंड रोडवेज मृतक आश्रित संगठन से कोई भी लेना देना नहीं होगा।
जिसकी लिखित सूचना मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय टनकपुर को सूचनार्थ, मंडलीय प्रबंधक संचालन उत्तराखंड परिवहन निगम टनकपुर को सूचनार्थ, एवं उप जिलाधिकारी श्री पूर्णागिरी तहसील टनकपुर हिमांशु कफल्टिया को संबोधित सूचना पत्र संगठन ने तहसील के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र कुमार जी को सौंपा।
सूचना पत्र में संगठन अध्यक्ष गौरव शर्मा,संगठन मंत्री अनीता देवी, प्रचार मंत्री नीलम सिंह, रोडवेज मृतक आश्रित अंजू पाल, कोमल,गीता देवी,रजत कुमार,सचिन आर्या के हस्ताक्षर हैं।
















