उत्तराखण्ड
उत्तराखंड-दरकते पहाड़ ने थामी जिंदगी की रफ्तार, आक्रोशित लोगों ने निकाला जुलूस
जोशीमठ में दरकते पहाड़ों ने लोगों की जिंदगी थाम दी है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के जोशीमठ में आज चक्काजाम और बाजार बंद का एलान के चलते आज यहां सैकड़ों की संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार ने बताया कि प्रभावित परकिवारों में शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है।
विरोध प्रदर्शन के चलते औली रोड पर एक किलो मीटर का लगा लंबा जाम लग गया है।भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। जोशीमठ संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को भी देर शाम लोगों ने हाथ में मशाल लेकर बदरीनाथ स्टैंड से मारवाड़ी चौक तक सरकार और एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में प्रभावित परिवार भी शामिल हुए। अभी तक जोशीमठ क्षेत्र से 27 परिवारों के 120 लोग शिफ्ट किए जा चुके हैं ।
इन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
– नगर पालिका गेस्ट हाउस में – दिगंबर सिंह, रजनी देवी, देवेंद्र सिंह, हेमलता रावत, अजय रावत, प्रेमा देवी, देवेंद्र सिंह व गजेंद्र सिंह।
– खंड विकास कार्यालय में प्रेमा देवी, मनोहर बाग वार्ड के मिलन केंद्र में उत्तरा देवी।
– नगर पालिका हॉल जोशीमठ – संजय, दुर्गा, राकेश लाल, दिनेश, राकेश चंद्र व चंद्र प्रकाश
प्राथमिक विद्यालय सिंहधार- गिरीश लाल, दिनेश लाल और हरीश लाल
– आशीष व अखिलेश को उनके ही दूसरे मकान में शिफ्ट किया गया है।
– बीना देवी और शंभू प्रसाद सती अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।
– प्रभावित सुषमा देवी अपने दो बच्चों के साथ रिश्तेदारी में रविग्राम चली गई हैं।
– गांधीनगर वार्ड में किराये पर रह रहे देवेंद्र, यतेंद्र व जितेंद्र को भी उनके रिश्तेदारों के यहां भेज दिया गया है।प्रशासन ने कंट्रोल रुम किया स्थापित
जोशीमठ नगर में भू-धंसाव की समस्या को लेकर जिला प्रशासन ने जोशीमठ तहसील में प्रभावित लोगों को त्वरित राहत एवं किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए कंट्रोल रुम स्थापित किया है। जिसका दूरभाष नंबर 8171748602 है। किसी भी सहायता के लिए प्रभावित परिवार इस हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।भू-धंसाव की चपेट में ज्योतिर्मठ परिसर भी आ गया है। परिसर के भवनों, लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने बताया कि मठ के प्रवेश द्वार, लक्ष्मी नारायण मंदिर और सभागार में दरारें आई हैं। इसी परिसर में टोटकाचार्य गुफा, त्रिपुर सुंदरी राजराजेश्वरी मंदिर और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य की गद्दी स्थल है।सिंहधार वार्ड में होटल माउंट व्यू जमीन धंसने से तिरछा हो गया है। सोमवार रात को होटल की दीवारें चटने की आवाज आने से इसके पीछे रहने वाले परिवार दहशत में आ गए थे। प्रशासन ने बुधवार को होटल को खाली करवा दिया है। होटल के मालिक सुंदर लाल सेमवाल ने बताया कि सारा सामान हटाकर होटल को पूरी तरह से खाली कर दिया गया है।एसडीसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड में आने वाली प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं पर अपनी तीसरी रिपोर्ट जारी की है। उत्तराखंड डिजास्टर एंड एक्सीडेंट सिनोप्सिस (उदास) की रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ में 500 घर रहने के लायक नहीं हैं। रिपोर्ट में जोशीमठ में लगातार हो रहे भूधंसाव को लेकर चिंता जताई गई है। इसके साथ ही सड़क दुर्घटना में क्रिकेटर ऋषभ पंत के घायल होने की घटना को भी एक चेतावनी के रूप में देखा गया है।