उत्तराखण्ड
शहीद सम्मान यात्रा का पिथौरागढ़ में ग्रामीणों ने किया विरोध
राज्य में शहीद सम्मान यात्रा की जा रही है, जिससे कि उत्तराखंड में पांचवा सैन्य धाम बन सके और शहीद सैनिकों के आंगन की मिट्टी लाने का काम किया जा रहा है लेकिन इस सम्मान यात्रा में भी लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में बड़ी खबर पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है यहां पर जिले के एकमात्र अशोक चक्र विजेता शहीद बहादुर सिंह बोहरा के परिजनों और ग्रामीणों ने शहीद सम्मान यात्रा का विरोध किया। उन्होंने सैन्य धाम निर्माण के लिए आंगन की मिट्टी देने से इनकार कर दिया।
मिट्टी लेने गए अधिकारियों के सामने परिजन और ग्रामीण धरने पर बैठ गए।उनका आरोप था कि शहादत के समय उनसे बड़े-बड़े वादे किए गए थे। लेकिन, शहीद के नाम पर सड़क बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वर्षों बाद भी सड़क नहीं बन सकी। सरकार शहीद का सम्मान करना भूल गई है। सैन्य धाम के लिए हम शहीद के आंगन की मिट्टी नहीं देंगे।टीम शहीद के गांव रावलखेत पहुंची, लेकिन परिजनों व ग्रामीणों ने शहीद सम्मान यात्रा का विरोध करते हुए आंगन से मिट्टी नहीं दी। शहीद की मां देवकी देवी, भाई त्रिलोक सिंह ने कहा शहादत के समय शहीद के सम्मान में गांव को जोड़ने के लिए सड़क निर्माण के वादे किए गए थे, लेकिन सरकारी मशीनरी ने इस वादे को भुला दिया।
















