उत्तराखण्ड
अल्मोड़ा के सचेंद्र बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट
उत्तराखंड के युवा देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए हमेशा आगे रहते हैं यही वजह है कि उत्तराखंड के वीर सपूतों का भारतीय सेना से खास संबंध है।
आइएमए से पासआउट होने वाला हर 12वां अधिकारी उत्तराखंड से नाता रखता है वहीं भारतीय सेना का हर पांचवां जवान भी इसी वीरभूमि में जन्मा है। इसी क्रम में अल्मोड़ा नगर निवासी सचेंद्र सिंह पवार भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं उन्होंने सीडीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की और आईएमए देहरादून से सेना का प्रशिक्षण प्राप्त कर भारतीय सेना में बने लेफ्टिनेंट । सचेंद्र के पिता यशवंत सिंह पवार निजी बीमा कंपनी में मैनेजर के पद पर तैनात हैं जबकि माता दीपा पवार ग्रहणी है।
सचेंद्र के दादाजी रिटायर्ड सूबेदार चंदन सिंह पवार भारतीय सेना में सन 1956 में कुमाऊं रेजीमेंट की फोर कुमाऊं बटालियन में भर्ती हुए उनके द्वारा 28 वर्ष तक भारतीय सेना में सूबेदार रैंक तक की सेवा दी। सचेंद्र ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने दादा , माता -पिता एवं गुरुजनों को दिया है। उनके इस सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।गौरतलब है कि शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में उत्तराखण्ड के 33 युवा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए, जो उत्तर प्रदेश (50) के बाद सर्वाधिक है।