कुमाऊँ
आखिर क्यों धरने पर बैठी आशा कार्यकत्रियां,जानिए
आशा कार्यकत्रियां के साथ दूर व्यवहार को लेकर एक खबर रामनगर से सामने आ रही है बता दे कि यहां रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय प्राइवेट कम्पनी के हाथ में जाने के बाद से ही विवादों में हैं। अस्पताल मैनेजमेंट और वहां तैनात स्टॉफ के व्यवहार को लेकर कई लोगों की शिकायतें हैं।पीपीपी मोड पर चल रहे इस अस्पताल के बाहर आज आशा कार्यकत्रियां धरने पर बैठ गई हैं।मिली जानकारी के अनुसार मरीजों और उनके तीमारदारों के साथ-साथ आशा कार्यकत्रियों के साथ भी अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार करने का आरोप है। खासकर नर्सिंग स्टाफ के व्यवहार को लेकर आशा कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हैं। उनका आरोप है कि अस्पताल पर नर्सिंग स्टाफ उनसे बद्तमीजी से पेश आता है। अस्पताल के कर्मचारियों के दुर्व्यवहार से आहत आशा कार्यकर्ताओं ने पहले भी इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा अधीक्षक से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही अस्पताल के कर्मचारियों के व्यवहार में कोई बदलाव आया।
अस्पताल के कर्मचारियों की दादागिरी ओर मनमानी से गुस्साई आशा कार्यकर्ताओं ने आंदोलन छेड़ दिया हैं।उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि अस्पताल कर्मचारियों का यही व्यवहार रहा तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की होगी।आशा कार्यकर्ती संगठन के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में संगठन की जिलाध्यक्ष कमला बधानी,ब्लॉक अध्यक्ष रजनी भट्ट्ट, जिला मन्त्री विमला भट्ट,आशा देवी,सीमा,मधुवाला,पूनम तिवारी,अनितापर्नवाल,फरजाना,कंचन,हेमा छिम्वाल,सायरा,सगुप्ता, कमला आर्या,हेमा बेलवाल कुसुमलता,गीता रावत,उषा मनराल,कल्पना,नर्गिस इत्यादि आशा कार्यकर्ती शामिल है।