उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अभियन्ताओं द्वारा किया जा रहा कार्य बहिष्कार
रानीखेत। निर्माण शाखा, उत्तराखण्ड पेयजल निगम, रानीखेत के समस्त अभियन्ताओं ने अधिशासी अभियन्ता के विरूद्ध नारे बाजी करते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की गई।
अधिशासी अभियन्ता पर तानाशाही का आरोप
अधिशासी अभियन्ता समीर प्रताप सिंह पर आरोप है कि उनके द्वारा शाखा के समस्त अभियन्ताओं का मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। कथित तानाशाही का इससे पूर्व अभियन्ताओं ने मुख्य अभियन्ता को प्रेषित शिकायती पत्र में 02 मार्च तक उनके स्थानान्तरण की मांग की थी। कार्यवाही न होने पर समस्त सहायक अभियन्ता, अपर सहायक अभियन्ता एवं कनिष्ठ अभियन्ता अनिश्चित कार्य बहिष्कार पर चले गये है।
मण्डल अध्यक्ष इं० बी०सी० जोशी ने बताया कि अधिशासी अभियन्ता समीर प्रताप सिंह नियम विरूद्ध कार्य करने हेतु नवनियुक्त अभियन्ताओं के ऊपर दबाव बना रहे है, विरोध करने पर उन्हें उनकी परिविक्षा अवधि में उनकी सेवा समाप्त करने की धमकी दी जा रही हैं। अभियंताओं का यह भी कहना है कि अधिशासी अभियंता की इस प्रकार की निरंकुशता से जल जीवन मिशन जैसे कार्यों की प्रगति प्रभावित हो रही है।
वहीं अधिशासी अभियन्ता समीर प्रताप सिंह का कहना है कि वर्तमान में जल जीवन मिशन भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसके अन्तर्गत दिसम्बर 2023 तक क्षेत्र के सभी घरों में पेयजल उपलब्ध कराना है। मेरे द्वारा कोई भी कार्य अनुचित दबाव डाल कर नहीं करवाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि अभियन्ताओं द्वारा कार्य बहिष्कार करने का यह कोई बड़ा कारण नहीं है। इस मामले को बैठक करके सुलझाया जा सकता है।
इस अवसर पर धरना मण्डल सचिव कुमाउ इं० वाई०एस० रावत, मण्डल उपाध्यक्ष इं० देवेन्द्र आर्या, जनपद अध्यक्ष नैनीताल इं० पुष्कर आर्या, उत्तराखण्ड डिप्लोमा महासंघ के केन्द्रीय कार्यकारणी सदस्य इं० मुकुल सती, शाखा अध्यक्ष महासंघ इं० उमेश लाल शाह, इं० विजय बरमोला, इं० मनोज कुमार, इं० प्रीतम सिंह, अपर सहायक अभियन्ता जे०एस० तोमर, सहायक अभियन्ता, पंकज कुमार आर्या, एम०एन० जोशी, विपिन तोमर, उज्जवल नौटियाल, शशांक कोठारी, सुभाष कुमार उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत














