उत्तराखण्ड
जिला कार्यालय सभागार में मनाया गया विश्व मात्स्यिकी दिवस: मत्स्य पालकों को किया गया सम्मानित
चम्पावत – विश्व मात्स्यिकी दिवस (21 नवंबर ) के अवसर पर जिला कार्यालय सभागार में अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने सभी को विश्व मात्स्यिकी दिवस पर बधाई दी तथा मत्स्य विभाग चंपावत द्वारा प्रकाशित पुस्तिका “मत्स्य के नए आयाम” का विमोचन किया उन्होंने कहा कि इस पुस्तिका के माध्यम से विभिन्न जानकारियां उपलब्ध कराई गई है। जो किसानों को आवश्यक जानकारी प्राप्त करने में सहायक होगी।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी ने सभी मत्स्य पालक किसानों को विश्व मात्स्यिकी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि मत्स्य पालन और जलीय कृषि, वैश्विक खाद्य और पोषण सुरक्षा का अभिन्न अंग हैं। माननीय मुख्यमंत्री से पुष्कर सिंह धामी जी की आदर्श जनपद चंपावत की परिकल्पना को किस प्रकार से आदर्श बनाया जा सकता है इस संबंध में जनपद के प्रत्येक प्रगतिशील किसान अपने-अपने स्तर पर जनपद को आदर्श जनपद बनाए जाने हेतु कार्य कर रहे हैं। जिससे वह स्वयं स्वरोजगार अपना कर औरों को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का आईटीबीपी से एमओयू होने से पशुपालकों को सीधा फायदा हो रहा है तथा स्थानीय लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जनपद मत्स्य प्रभारी कुंवर सिंह बगड़वाल ने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि विश्व मात्स्यिकी दिवस प्रति वर्ष 21 नवम्बर को आयोजित किया जाता है। इस वर्ष विश्व मात्स्यिकी दिवस 2024 का विषय भारत का नीला परिवर्तन: लघु-स्तरीय और सतत मत्स्य पालन को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा जनपद की प्रगतिशील किसान मत्स्य तलाब बनकर मत्स्य पालन कर आजीविका से अपनी आर्थिकी मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा आईटीबीपी के साथ एमओयू के तहत सहकारी समितियों के माध्यम से जनपद के किसानों व पशुपालकों को सीधा लाभ पहुंच रहा है। इसमें प्रमुख रूप से महिलाएं भी शामिल हैं। भेड़-बकरी आपूर्ति, कुरकुट की आपूर्ति एवं मछली आपूर्ति से किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी तथा सहायक निदेशक दुग्ध विकास द्वारा किसानों को अपने-अपने विभाग से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारियां दी गई।
कार्यक्रम में आए किसानों द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं से संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया जिसका समाधान अधिकारियों द्वारा किया गया।
साथ ही किसानों द्वारा अपने किए गए कार्यों के बारे में उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए अपने अनुभव साझा कर अपने द्वारा किए गए कार्यों से अन्य को भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम में जनपद के ग्राम सभा बाजरीकोट से आए प्रगतिशील किसान/मत्स्य पालक प्रकाश कुमार ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके द्वारा लगभग 3.50 क्विंटल मत्स्य उत्पादन कर आय अर्जित की गई। इसके अतिरिक्त अन्य किसानों द्वारा भी अपने अपने अनुभव साझा किए गए।
इस अवसर पर मत्स्य पालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 10 मत्स्य पालकों को मत्स्य विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान अस्सिटेंट कमांडेंट आईटीबीपी 36वीं वाहिनी बीएस मेहता, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वसुंधरा गर्बियाल, सहायक निदेशक दुग्ध विकास सुनील अधिकारी, आइटीबीपी निरीक्षक गोपाल वर्मा, डीपीएम रीप शुभंकर सहित जनपद के विभिन्न स्थानों से आई प्रगतिशील किसान/मत्स्य पालक व अन्य उपस्थित रहे।