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इन जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड के 11 जिलों में दो दिन के लिए तेज बौछारों का येलो अलर्ट किया गया है। हरिद्वार एवं यूएसनगर को छोड़कर अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 29 अगस्त के बाद कोई चेतावनी नहीं है, मौसम खुलने की संभावना है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि इस सप्ताह बहुत भारी बारिश की संभावना नहीं है। विभिन्न जिलों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। इधर, दून में रविवार को धूप निकली। दून में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा 33.6, पंतनगर में 34, मुक्तेश्वर में 24.7 और नई टिहरी में 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देहरादून। बीते दो साल से उत्तराखंड में मानसून देरी से विदाई ले रहा है। ऐसे में इस बार भी प्रदेश में मानसून को विदाई देरी से होने के आसार हैं। हालांकि अगले महीने यानी सितंबर में मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों को बारिया से राहत मिलने की उम्मीद है। इसकी मुख्य वजह सकिय पश्चिमी विक्षोभ और मानसून प्रणाली के प्रभाव का असर कम होना है। इस साल मानसून ने पांच दिन को देरी से 25 जून को उत्तराखंड में प्रवेश किया था। इसके बाद जुलाई और अगस्त में हुई भारी बारिश ने मैदान से लेकर पहाड़ तक लोगों की परेशानियां बढ़ाई। पहाड़ी इलाकों में कई जगह भूस्खलन होने और चट्टानों के टूटने से जहां सड़क और राजमार्ग बंद रहे। वहीं मैदानी इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई सड़कों और लोगों के घरों में पानी घुसने से लोगों की समस्या बढ़ी।
‘बारिश के पैटर्न बदलाव’
मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह ने बता इस साल बारिश के पैटर्स में बदलाव देखने को मिला है। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी कम होने के साथ बारिश ज्यादा हुई है। जबकि, बीते दो सालों से मानसून देरी से विदा हो रहा है। इस बार भी मानसून की विदाई में देरी होने की संभावना है कि सितंबर में कुछ दिनों को छोड़ पूरे महीने की वारिश के आसार है।
ऐसे में अगस्त अंत के महीने के साथ सितंबर में बारिश से राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार हुई थी।
उत्तराखंड से मौसम को विदाई 30 सितंबर को होती है, लेकिन बीते सात 2022 में मानसून 17-18 अक्तूबर को विदा हुआ था। इससे पहले 2021 में 11-12 अक्तूबर को मानसून की विदाई।