उत्तराखण्ड
वोट जरूर दें,ताकत अपनी पहचान लें
“आपका एक वोट गोली से भी अधिक मज़बूत है”। – अब्राहम लिंकन
वोट जरूर दे। ये आपकी ताकत हैं। अपनी ताकत को पहचाने। और इसका उपयोग करे। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की अधिकांश खुबिया ही हैं। ये हमें कई अधिकारों से जहाँ नवाजता हैं वही दूसरी ओर हमारे कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। राष्ट्र के प्रति हमारी बफादारी, ईमानदारी, जिम्मेदारी को भी लोकतंत्र समय -समय पर जाँचता रहता है। चुनावों के माध्यम से हम वोट देकर अपना ये फ़र्ज़ भी अदा करते है और दुसरो को इसके बारे में बताने की स्थिति में होते है। अपना वोट देकर हम सरकारों के बनने, बिगड़ने, आने- जाने, से प्रभावित होने वाली विकास की योजनाओं पर टिप्पणी रखने के हकदार बन जाते हैं। अन्यथा एक तरफ़ा शिकायत बनी रहती हैं। ये बिना सिर-पैर वाली बातें लगती हैं। और हमें किसी पर अंगुली का कोई हक नही रहता।
हम अपना वोट देकर सरकार बनाने की क्रिया-प्रक्रिया में शामिल होते हैं तो इसके अंग बन जाते हैं। इसीलिए आपके वोट का मूल्य है। और यह अमुल्य हैं इसको जाया नही होने देना हैं। इसी से हम लोकल से ग्लोबल तक पहुचने की सामर्थ्य रखते है और पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शत-प्रतिशत वोट देने का समर्थन करते हैं।
इक्कीसवीं सदी के महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन को एक बार पूछा गया आपकी नजर में दुनिया मे सबसे अधिक शक्तिशाली या ताकतवर चीज़ क्या है। उन्होंने जवाब दिया संख्या यानी अंक। बस लोकतंत्र में यही अंक, संख्या हमारे भविष्य की बागडोर बाँधने की सुतली है। जिसमें बुना गया हर फाइबर, गांठ,धागा हमारा एक-एक वोट है। सुतली तभी तक मज़बूत है जब तक उसका धागा मज़बूत है। यही हमारी वोट की महत्ता को समझा देता है। हमारा भविष्य का नेता कैसा हो ये हम तय करते है। हम पर शासन कौन करेगा, कैसे करेगा,और अच्छे ढंग से ही करेगा की बागडोर हमारे हाथ में होती हैं। वोट देकर हम इस बागडोर को मजबूत बना सकते हैं। और अच्छे लोगों को, अच्छी सरकारों को बना सकते हैं। चुनाव आयोग की कंप्रेहेंसिव एप्रोच ही कहा जायेगा कि उसने हमारे पसंद होने अथवा ना होने को भी बराबर की तवज्जों दी है। लेकिन इसको बताने के लिए भी हमें अपने को पोलिंग बूथ तक पहुचाना होगा और अपने अमूल्य वोट का इस्तेमाल करना होगा।
चुनाव आयोग ने 80 वर्ष से अधिक मतदाताओं को घर से ही अपनी ताकत यानी मत देने की व्यवस्था की हैं। इसके साथ ही दिव्यांग जन जो चल-फिरने सकने में असमर्थ है वो भी घर से ही पोस्टल बैलेट से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते है। आप कह सकते है सरकार, आपके द्वार है। अब गेंद आपके पाले में है। आप चाहते है राजनीति में अच्छे लोगों को आना चाहिए तो आगामी 14 फरवरी को अपने नजदीकी मतदान केंद्र पर जाइए। अपना वोट दीजिये।औरो को भी इसके लिए प्रेरित कीजिये। ध्यान रहे आपकी क्षेत्र में कोई भी मतदाता वोट देने से ना छूटे। किसी भी प्रकार के लालच, लोभ, धोखाखडी, धर्म, पंथ ,क्षेत्र से विचिलत हुए बिना अपने और देश-प्रदेश के भले के लिए शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कीजिये। चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधाओं के लिए निशुल्क वोटर हेल्प लाइन- 1950, नए वोटर को ऑन लाइन शामिल करने c-vigil एप्प, बारह पहचान संबंधी स्वीकृत दस्तावेज की जानकारी, मतदाता का साथी, मतदाता की ताकत के QR कोड सहित, PWD एप्प, वोटर हेल्प लाइन एप्प आदि की जानकारी दी गयी है। स्वीप के माध्यम से लोंगो को मतदान के लिए जागरण भी किया जा रहा हैं। जिसमें विभिन्न माध्यमो से मौखिक, हस्ताक्षर, चित्रों, पोस्टरों, बैनरों, एनीमेशन, संवाद, चर्चा-परिचर्चा, पैदल भ्रमण, ऑडियो एवं वीडियो से भी मतदाताओं के बीच पहुँचकर उनको वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।
लोकतंत्र का ये अधिकार
फ़र्ज़ अपना निभाना है,
शत-प्रतिशत वोट देने
सबको जरूर जाना है।
प्रेम प्रकाश उपाध्याय ‘नेचुरल’
स्वीप ,बागेश्वर, उत्तराखंड