उत्तराखण्ड
बनकोट में खूनी होली, मामूली विवाद पर छोटे भाई की चाकू मारकर हत्या
पिथौरागढ़ । छलड़ी के दिन बेरीनाग तहसील के नाघर गांव में बड़े भाई ने छोटे भाई की चाकू मारकर निर्मम हत्या कर दी। इस हत्याकांड से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है और 8 माह के मासूम बच्चे के सिर से पिता का साया उठ गया है इस हत्याकांड से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। हत्याकांड का कारण मामूली विवाद बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील में बनकोट के पास नाघर गांव निवासी बालम मेहता और नरेंद्र मेहता दोनों भाई बीते शनिवार को घर के बाहर बैठे थे। इसी दौरान नरेंद्र और बालम की किसी बात को लेकर आपस में बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि हाथापाई की नौबत आ गई। तभी बालम अपने घर से चाकू लेकर आया और अपने छोटे भाई नरेंद्र के सीने पर चाकू घोंप दिया। नरेंद्र की चीख सुनकर वहां मौजूद घर के लोगों में हड़कंप मच गया। उन्होंने आनन-फानन में घायल नरेंद्र सिंह पुत्र जवाहर सिंह मेहता को बागेश्वर जिला अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद आरोपी बालम मौके से फरार है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। ग्रामीणों नई जानकारी देते हुए बताया नरेन्द्र और बालम का परिवार गांव में संयुक्त रूप से रहता है। मृतक नरेंद्र मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। दो साल पहले ही उसकी शादी कपकोट से हुई थी। उसका एक 8 महीने का बेटा भी है। जबकि हत्यारोपी बालम हरियाणा में किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता है। वह एक हफ्ते पहले ही परिवार के साथ होली मनाने अपने घर आया था। इस मामले में जहां मृतक के चचेरे ससुर नरेंद्र सिंह ने बेरीनाग थाने में तहरीर सौंपी है वहीं हत्यारोपी बालम ने इसे एक हादसा बताने की कोशिश की है। मृतक के परिजनों का कहना है कि नरेंद्र की मौत के बाद बालम पूरी तरह टूट गया था। चाकू मारने के बाद भाई की चीख सुनते ही वह भी अन्य परिजनों के साथ नरेंद्र को अस्पताल ले जाने के लिए दौड़ पड़ा हालांकि अस्पताल में चिकित्सकों के पूछने पर उसने इसे एक हादसा बताते हुए कहा कि छत से गिरने के कारण नरेंद्र के सीने में सरिया घुस गया है। फिलहाल पुलिस हत्या आरोपी बड़े भाई को ढूंढ रही है ।

