उत्तराखण्ड
प्रदेश के लगभग 7 लाख पेयजल उपभोक्ताओं से घरों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग इंतजाम करने का आग्रह
डॉ मिश्र ने जल संरक्षण टैंक बनाने के प्रति जागरूक करते हुए नई सरकार से किया आग्रह।
हल्द्वानी। विश्व जल दिवस की पूर्व संध्या पर उच्च शिक्षा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके प्राध्यापक डॉ. सन्तोष मिश्र ने जनसाधारण को जल संरक्षण टैंक बनाने के प्रति जागरूक करते हुए नई सरकार से आग्रह किया कि उत्तराखंड के लगभग सात लाख पेयजल उपभोक्ताओं को अपने घरों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का इंतजाम करने पर उन्हें पानी के बिल में दस फीसदी की छूट का प्रस्ताव पहली ही कैबिनेट बैठक में लाये।
पांच साल पहले लगभग 25000 लीटर क्षमता का वर्षा जल संरक्षण टैंक बनवा चुके डॉ. संतोष मिश्र लोगों को इस दिशा में लगातार जागरूक करते रहे हैं। जैसे पैसे के लिए कहा जाता है कि आज का निवेश- भविष्य की सुरक्षा, वैसे ही पानी की एक-एक बूंद की बचत और उसका रखरखाव, उसका संरक्षण आने वाली भीषण गर्मी में भी आपके गार्डन को हरियाली से भर देगी।
डॉ. मिश्र का कहना है कि अपने घर का एक कोना जल संरक्षण टैंक बनाने के लिए जरूर निर्धारित करें। गर्मी के दिनों में जब अक्सर ट्यूबवेल दगा दे जाते हैं, ऐसे संकट के समय आपके दैनिक क्रियाकलाप और आपके घर-आंगन को हरा-भरा बनाए रखने के लिए इस जमा पूंजी को निःसंकोच खर्च किया जा सकता है। विश्व जल दिवस 2022 की थीम है – ग्राउंडवाटर : मेकिंग इनविजिबल विजिबल (Groundwater : Making the Invisible Visible)
लोगों को वर्षा जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से डॉ. सन्तोष मिश्र की दोनों बेटियों – शिवानी, हिमानी ने अपने घर पर बारिश के पानी को बचाने, टैंक में जल संरक्षित करने तथा गार्डन को हरा भरा रखने की पूरी प्रक्रिया पर एक बेहतरीन वीडियो बनाया है, जिसे यूट्यूब लिंक पर देखा जा सकता है।
यूट्यूब लिंक
हिंदी माध्यम – शिवानी
https://youtu.be/PEm5malnhK0
अंग्रेजी माध्यम – हिमानी
https://youtu.be/-IORJxFPngU