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उत्तराखण्ड

ओखलढुंगा में पिंजरा लगाने गए वन कर्मी को गुस्साए ग्रामीणों ने पीट दिया, ग्रामीणों ने लगाया आरोप

नैनीताल: नैनीताल जिले के रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोटा रेंज के ओखलढुंगा क्षेत्र में उस समय हालात बेकाबू हो गए, जब वन विभाग के कर्मचारी के साथ ग्रामीणों ने मारपीट कर दी। गौर हो कि यहां मवेशियों के लिए चारा लेने के लिए जंगल गई एक महिला को निवाला बना लिया था। जिसके बाद ग्रामीण काफी नाराज थे।

वन विभाग का कर्मचारी बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पिंजड़ा लगाने पहुंचा था। तभी आक्रोशित ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट कर दी। जिसका वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया है जो अब अलग अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। बता दें कि रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले ओखलढुंगा ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार शाम एक महिला को टाइगर ने मौत के घाट उतार दिया. महिला का नाम शांति देवी पत्नी नवीन चंद्र था, जिनकी उम्र करीब 48 बरस थी।

इससे गांव में शोक के साथ लोगों में गुस्सा था। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल पर ही महिला का शव रखकर वन विभाग के विरोध में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की मांग को लेकर देर रात तक प्रदर्शन किया था। जिसके बाद वन विभाग द्वारा उच्च अधिकारियों की अनुमति लेकर मौके पर ग्रामीणों की मांग को देखते हुए पिंजड़ा लगाया गया। साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा देने को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई। वहीं ग्रामीण तुरंत ही बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की मांग पर अड़े रहे।

वहीं मौके पर मौजूद उप जिला अधिकारी राहुल शाह, तहसीलदार कुलदीप पांडे, रामनगर वन विभाग के डीएफओ दिगंत नायक ने ग्रामीणों को समझाया जिसके बाद ग्रामीण मान गए। वही बुधवार की सुबह दूसरा पिंजड़ा लगाने गए वनकर्मी जसवंत सिंह रावत को ग्रामीणों ने घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वनकर्मी ने उनको धमकी दी।

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