उत्तराखण्ड
बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी, दो महिलाओं की मौत
रिपोर्ट – बलवन्त सिंह रावत
भिकियासैंण में बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी, दो महिलाओं की मौत
रानीखेत - भिकियासैंण तहसील के पटवारी क्षेत्र बाटूला के जैनल दल्मोड़ी-बघाड़ मोटर मार्ग पर खौ ढैय्या नामक स्थान पर एक बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। जिसमें सवार बघाड़ निवासी दो महिलाओं की मौत हो गई है। जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हैं। चालक कुंवर सिंह को सीएचसी भिकियासैंण में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया।
बता दे कि शुक्रवार सुबह सवा आठ बजे तहसील भिकियासैंण के दल्मोड़ी-बघाड़ सड़क के खौ ढैय्या पर बोलेरो कैम्पर यूके 04 सीए 4761 अनियत्रिंत होकर 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। ग्रामीणों ने तत्काल रेस्क्यू कर खाई से घायलो को बाहर निकाल कर तीन लोगों को सड़क तक पहुंचाया।
उसके बाद 108 की मदद से सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र भिकियासैंण लाया गया। जहा चिकित्सकों ने यशोदा देवी उम्र 65 पत्नी कुंदन सिंह, मोहनी देवी उम्र 40 वर्षीय पत्नी कृपाल सिंह को मृत घोषित कर दिया। जबकि चालक कुंवर सिंह उम्र 28 पुत्र लाल सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया है। मृतक और घायल सभी बघाण गांव के रहने वाले हैं। वही वाहन में सवार चौथे व्यक्ति जोगा सिंह उम्र 45 वर्ष ने गाड़ी के गिरते ही छ्लांग लगा दी जो सुरक्षित है।
वही मृतको के परिजनों का कहना है कि दो घंटे तक डाक्टरों ने उन्हें देखा तक नही गम्भीर रूप से घायल कुंवर सिंह पुत्र लाल सिंह ग्राम बघाड़ उम्र 26 वर्ष को हायर सैन्टर के लिए रिफर कर दिया गया है। क्षेत्रीय जनता ने आरोप लगाया कि अस्पताल में घायलों को आक्सीजन देने जैसी प्राथमिक उपचार की कोई सुविधा तक नहीं थी।
आपको बता दे कि अस्पताल में 14 विशेषज्ञ डाँक्टरों के पद सृजित है। वहीं अस्पताल के संचालन डाँक्टर उप्रेती से पूछने पर उन्होंने बताया कि वर्तमान में यहां पर 5 विशेषज्ञ डाक्टरों समेत कुल 10 डाक्टर तैनात हैं। जबकि जनता का कहना है कि वर्तमान में यहां पर एक भी विशेषज्ञ डाक्टर तैनात नहीं है। जो डाक्टर यहां पर काम कर रहे हैं वे सभी संविदा पर रखे गए हैं।
वही जनता का कहना है कि जब से अस्पताल को पीपीपी मोड में दिया गया है, तब से इसकी हालत बद् से बद्तर हो गई है। क्षेत्रीय जनता ने उस समय अस्पताल को पीपीपी मोड में देने का विरोध किया था, लेकिन सरकार ने जनता के विरोध को अनदेखा कर दिया।
सूचना मिलने पर घायलों का हाल जानने क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर प्रमोद नैनवाल, एसडीएम गौरव पांडे, तहसीलदार निशा रानी, थानाध्यक्ष एमएम जोशी, चौकी प्रभारी जगत सिंह, कानूनगो हरिकिशन, किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड आनन्द नेगी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रयाग शर्मा, उक्रांद नेता तुला सिंह तड़ियाल, दान सिंह बिष्ट, डॉक्टर किशन सिंह रावत, दिनेश घुगत्याल ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।