उत्तराखण्ड
हिमालय बचाओ अभियान में जुटे है प्रबंधक दिनेश गुरुरानी
पिथौरागढ़। आदि कैलाश यात्रा हो या कैलाश मानसरोवर यात्रा,कई लोग पर्यावरण बचाने हिमालय को जिंदा रखने के लिए लगातार प्रयास करते चले आ रहे हैं। उनका एक छोटा सा प्रयास कई लोगो के जीवन के लिए प्रेरणा का काम करता हैं। यहां तक कि साहसिक यात्राओं,खेलों, संस्कृतिक आयोजनों में भी अपने मकसद को दूर नहीं होने देते हैं।
विवाह समारोहों में भी प्रकृति प्रेमी अपने लक्ष्यों तक पहुंच ही पाते हैं। और एक मजे की बाद की इस प्रकार के सामाजिक सुधार कार्य करने वाले लोग भी किसी न किसी तरह एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं। पेशे से लेखक, शिक्षक व पत्रकार प्रेम प्रकाश उपाध्याय ऊर्फ नेचुरल जो वृक्षारोपण का कोई न कोई अवसर ढूंढ लेते हैं।
उसी प्रकार से दिनेश गुरु रानी भी लंबे समय से इस अभियान की अलख जगाए हुए हैं कुमाऊँ मंडल विकास निगम के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी द्वारा जहां हिमालय बचाओ अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण पौधारोपण व स्वच्छता कार्यक्रम विगत कई वर्षों से चलाए जा रहे हैं। उनके द्वारा शपथ रजिस्टर भराया जाता है वही शपथ भी दिलाई जाती है उनके द्वारा विवाह समारोह जन्मदिन सालगिरह विशेष पर्व पर पौधारोपण किया जाता है।
वहीं विशिष्ट व अति विशिष्ट लोगों से पौधारोपण कराया जाता है यहां तक कि उत्तराखंड में कर्मचारी आंदोलन आंदोलन के माध्यम से अनूठा कार्यक्रम पौधारोपण कार्यक्रम भी चलाते हैं। उनके द्वारा अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों से शपथ रजिस्टर भराकर वशपथ दिलाकर मुहिम जारी की गई है। उनके द्वारा 50,000 से ज्यादा पौधारोपण समूचे कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में किया गया है। व विभिन्न जगह यात्री वाटिका भी बनाई गई हैं। उन्हें माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए एसडीजी गोलकीपर अवार्ड व हिमालय मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विगत वर्ष से उनके द्वारा मानसरोवर यात्रा व उच्च हिमालई क्षेत्र में जाने वाले यात्रियों व पर्यटकों को स्वच्छता कार्यक्रम व पौधारोपण से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में उनके द्वारा यात्रियों को शपथ दिलाकर व शपथ रजिस्टर भराकर काला पानी जो 12000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है वहां मंदिर परिसर में प्रत्येक यात्री दल से पौधे लगवाए जा रहे हैं।
वही यात्री हिमालय क्षेत्र से कूड़ा लाकर धारचूला में निस्तारण कर रहे हैं। इस वर्ष भी यात्रा के प्रथम दल को जिलाधिकारी रीना जोशी जी की उपस्थिति में यात्रियों को शपथ रजिस्टर भराकर व शपथ दिलाकर कूड़ा निस्तारण के लिए बैग देकर व पांच पौधे देकर रवाना किया गया। यात्री जहां कालापानी मंदिर परिसर में पौधारोपण करेंगे वहीं उच्च हिमालई क्षेत्र से कूड़ा इकट्ठा कर उसका निस्तारण धारचूला में करेंगे। उनका उद्देश्य हिमालय क्षेत्र को कूड़ा मुक्त करना है।
वह पौधारोपण के तहत हरित क्रांति लानी है उन्होंने कहा कि पौधारोपण मैं आइटीबीपी कालापानी व कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा विशेष सहयोग किया जा रहा है।उन्होंने समाचार पत्र के माध्यम से हिमालय क्षेत्र में जाने वाले यात्रियों पर्यटकों को एक स्लोगन दिया है।देवभूमि में यात्री /पर्यटक बन कर आइए।
हिमालय बचाओ अभियान से जुड़कर पर्यावरण मित्र बनकर जाइए।उन्होंने सभी यात्रियों पर्यटकों यात्रा के संचालकों, पोटर, पोनी वाले, मजदूर, गाइड, स्थानीय ग्रामीणों से निवेदन किया है कि वह हिमालय बचाओ अभियान से जुड़कर स्वच्छता कार्यक्रम व पौधारोपण कार्यक्रम से जुड़े हिमालय को बचाएं।