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उत्तराखण्ड

जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जनपद के सभी विद्यालयों के लिए दिए आवश्यक निर्देश, जाने क्या है निर्देश

चम्पावत – विद्युत, फर्नीचर, शौचालय व स्वच्छ पेयजल सुविधाओं से 31 दिसंबर तक लैस हो जनपद के सभी विद्यालय: जिलाधिकारी नवनीत पांडे

31 दिसंबर 2024 तक जनपद के सभी विद्यालय सभी मूल भूत सुविधाओं से संतृप्त किए जाएं। कोई भी विद्यालय विद्युत, पेयजल, शौचालय तथा फर्नीचर विहीन ना रहें। यह निर्देश जिलाधिकारी नवनीत पांडे द्वारा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में दिए गए।
बैठक में विद्यालयों में विद्युतीकरण, पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, विद्यालयों के निर्माण कार्य आदि की समीक्षा की गई।
इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने जनपद के विद्यालयों में शिक्षा, विद्युत, पेयजल, शौचालय फर्नीचर व निर्माण कार्यों आदि के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के विद्युत विहीन विद्यालयों में शीघ्र विद्युत व्यवस्था की जाए, इस हेतु उन्होंने उरेडा और यूपीसीएल विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने कहा जिन विद्यालय में बिजली नहीं है वहां उरेडा विभाग बिजली पहुंचाएं तथा दुर्गम क्षेत्रों में भी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से विद्युत व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने अधिशासी अभियंता पेयजल को भी निर्देश दिए कि जनपद के प्रत्येक विद्यालय में शुद्ध, स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करना सुनिश्चित करें। जहां जल संयोजन नहीं है वहां 31 दिसंबर तक जल संयोजन कर जलापूर्ति करना सुनिश्चित करें तथा कार्य पूर्ण होने के पश्चात कार्यपूर्ण की फोटोग्राफ्स भी प्रेषित करें।
उन्होंने सख्त रूप से कहा कि जनपद का प्रत्येक विद्यालय 31 दिसंबर तक सभी मूल भूत सुविधाओं से लैस हो।
इस संबंध में एक माह पश्चात पुनः समीक्षा की जाएगी।
जिलाधिकारी ने संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि जिन भी विद्यालयों में निर्माण कार्य किए जा रहे है उनकी निरंतर मॉनिटरिंग करें, केवल कार्यदाई संस्था के भरोसे नही छोड़े और कार्यदाई संस्था से लगातार समन्वय कर यह सुनिश्चित कर ले कि निर्माण कार्य समयबद्धता, पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ पूरा हो। इसका विशेष ध्यान रखें।
इसके अतिरिक्त अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि विद्यायल भूमि पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो, यदि किसी विद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है तो संबंधित परगने के उप जिलाधिकारी भूमि का नापजोख कर अतिक्रमण को शीघ्र हटाना सुनिश्चित करेंगे।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा में क्षतिग्रस्त विद्यालयों की मरम्मत करने हेतु शीघ्र प्रस्ताव तैयार करें, जिससे क्षतिग्रस्त विद्यालयों की मरम्मत कराई जाए ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को किसी प्रकार का खतरा ना हो।
बच्चों को एक अच्छी शिक्षा के साथ ही खेलने व अन्य सुविधाएं मिल सके इसको भी ध्यान में रख कर कार्य कराए।साथ ही शिक्षक भी बच्चों को पूरी तन्मयता से पढ़ाए।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा की जो भी समस्याएं है उनकी सूची तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराए, जिस पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में ईई लोनिवि मोहन सिंह पलड़िया, ईई पेयजल निगम वी के पाल, ईई जल संस्थान बिलाल युनुस, तहसीलदार लोहाघाट जगदीश नेगी, जिला शिक्षा अधिकारी प्रकाश जंगपांगी, खंड शिक्षा अधिकारी भारत जोशी, शिक्षा विभाग के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। साथ ही वर्चुअल माध्यम से उप जिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट तथा उप जिलाधिकारी पाटी नितेश डांगर बैठक से जुड़े रहे।

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