उत्तराखण्ड
राज्य के हर जिले में बनेगा प्लाज्मा बैंक व्हाट्सएप के जरिए होगी मदद
देश में कोरोना वायरस की वजह से कई लोगों की जानें जा चुकी है और वैक्सीन होने के बावजूद भी मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं क्योंकि कहीं न कहीं पर हमारे स्वास्थ्य सेवाएं भी इस समय इतनी हाईटेक नहीं है। प्लाज्मा दान कोरोना से लड़ने की सबसे ताकतवर चीज़ है। लिहाजा अब उत्तराखंड में सब ठीक होने की उम्मीद इसलिए है क्योंकि हर जिले में प्लाज्मा बैंक बनाए जाएंगे। व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पुलिसकर्मी और उनका परिवार जुड़ेगा। इन्हीं ग्रुपों की मदद से पुलिस वालों के परिवार समेत जरूरतमंदों को प्लाज्मा उपलब्ध कराया जाएगा।
दरअसल प्लाज्मा वे लोग दान कर सकते हैं जो खुद कोरोना को हराकर आ चुके हैं। ऐसे में अगर रिकवर हो चुके सभी लोग प्लाज्मा दान करने लग जाएं तो रिकवरी रेट काफी बढ़ जाएगा। इसी उद्देश्य को निशाने पर रखते हुए पुलिस अधिकारियों की पत्नियां आगे आई हैं। ठीक अपने अधिकारी पतियों की तरह वह महिलाएं भी अब व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए निकल पड़ी हैं।
बता दें कि अब उत्तराखंड के 13 जिलों में प्लाज्मा बैंक बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिसके लिए बकायदा व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएंगे। ग्रुप में उन पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और उनके परिजनों को जोड़ा जाएगा, जो कोविड संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुके हैं। इससे यह होगा कि उनका प्लाज्मा जरूरतमंद संक्रमितों तक पहुंच सकेगा और उन्हें मदद मिलेगी।प्लाज्मा दान करने से पहले यह जांचा जाएगा कि वह प्लाज्मा देने के मानकों को पूरा करते हैं या नहीं। इसके बाद पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों का एंटीजन टेस्ट होगा। बाद में डोनेशन ग्रुप हर जिले के हिसाब से तैयार होगा। बता दें कि यह जिलों में तैनात किए गए नोडल अधिकारी तैयार करेंगे।
इसके बाद प्लाज्मा बैंक बनाया जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर बैंक से तुरंत प्लाज्मा लिया जा सके। इसके अलावा कोरोना महामारी से निपटने के लिए वेलफेयर एसोसिएशन की जनपद प्रभारी अपने-अपने महिला सहायता ग्रुप के माध्यम से एक और नेक काम करने जा रही हैं। अब वह फेस मास्क और फेस शील्ड तैयार करवाएगी। इसके साथ ही इस तैयारी का वीडियो भी बनाया जाएगा ताकि दूसरे जिलों में उस वीडियो को शेयर किया जा सके।