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जो बच्चे बार-बार बीमार होते है उनके लिए है स्वर्ण प्राशन है अत्यंत उपयोग,चौदह बच्चों को पिलाइ गई निशुल्क ड्राप्स
रिपोर्ट – विनोद पाल
टनकपुर – स्वर्णप्राशन संस्कार आयुर्वेदिक टीकाकरण पुष्यनक्षत्र काल में आज दिन शनिवार को आर्य हेल्थ केयर, टनकपुर में किया गया।
डॉ मनुश्रवा आर्य ने बताया कि बच्चों को सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार आदि से बचाने के लिए एवम रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्राचीन काल से ही स्वर्णप्राशन संस्कार किया जाता है ।
जो बच्चे बार बार बीमार होते हैं, जिनका शारीरिक और मानसिक विकास धीरे धीरे होता है, उनके लिए स्वर्ण प्राशन अत्यंत उपयोगी है। यह बल वर्धक, बुद्धिवर्धक, कांतिवर्धक होता है।
जन्म से सोलह वर्ष तक की आयु के बच्चों को स्वर्ण प्राशन दिया जाता है ।
हिन्दू धर्म के सोलह संस्कारों में स्वर्ण प्राशन संस्कार का विशेष महत्व है, इसे पुष्य नक्षत्र काल में देना अत्यंत लाभकारी होता है