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रुद्रपुर में 16.80 करोड़ से लगेगा कूड़ा निस्तारण प्लांट

मीनाक्षी

नगर निगम ने महानगर में कूड़े को समस्या के निस्तारण के लिए महायोजना तैयार कर ली है। इसके लिए चार एकड़ भूमि पर 16.80 करोड़ की लागत से आटोमेटिक प्लांट लगाने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। आधुनिक तकनीक के लैस प्लांट कूड़े का पृथक्करण करने के साथ बायोगैस व खाद बनाने का काम करेगा। नगर निगम का यह कदम महानगर के कूड़ा निस्तारण की दिशा में अहम कदम बताया जा रहा है।

रुद्रपुर में सिडकुल स्थापना के बाद आबादी यढ़ गई है। जिससे कूड़ा निस्तारण एक बड़ी समस्या बनती जा रही थी। इसके लिए प्रशासन सबसे पहले किच्छा मार्ग स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड से कूड़ा निस्तारण किया। वहीं अब महानगर से निकलने वाले कूड़े के स्थायी निस्तारण के लिए नगर निगम ने कार्य प्रारंभ कर दिया। नगर निगम फाजलपुर महरौला में चार एकड़ भूमि पर 16.80 लाख की लागत से आटोमेटिक कूड़ा निस्तारण एलांट की दिशा में कार्य कर रहा है। नगर निगम की मुहिम को पंख लगाने का काम तेज हो गया है। आधुनिक प्लांट के लिए तीन कंपनियों ने आवेदन किया है।

बुधवार को नगर निगम में तीनों कंपनियों की बिड खोलने के बाद उसको अंतिम रूप दिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। आधुनिक तकनीक से लैस प्लांट बाहर से देखने में किसी उद्योग की तरह ही दिखाई देगा। बाहर से कोई इसे देख कर इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता है कि अंदर कूड़ा निस्तारण का काम किया जा रहा है। कूड़ा लेकर आने वाले वाहन सीधे अंदर प्रवेश करने के बाद कूड़ा पलट देंगे वहां से मैन पावर का काम समाप्त हो जाएगा। उसके बाद प्लांट में लगी मशीनें स्वयं ही कूड़े का पृथक्करण कर उसमें से प्लास्टिक अलग कर देंगी। उसके बाद आगे का काम स्वचलित तकनीक से होता रहेगा।

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छह किलोवाट विजली होगी प्रतिदिन पैदा आटोमैटिक प्लांट में बिजली के साथ ही गैस, खाद व प्लास्टिक की टाइल्स सहित अन्य सामग्री तैयार किए जाएंगे। प्लांट से प्रतिदिन छह किलोवाट बिजली पैदा होगी। इसके लिए पर्याप्त कड़े से लेकर अन्य संसाधन जुटाने के लिए नगर निगम ने प्रयास तेज कर दिए है। इसके साथ ही प्लांट से मिलने वाले उत्पाद के प्रयोग को लेकर भी मंथन कर उसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।

तीन जगह होगा उत्पादित विजली का प्रयोग नगर निगम प्लांट से पैदा होने वाली बिजली का प्रयोग स्वयं के कार्यालय के साथ ही अन्य संसाधनों के लिए करने की योजना पर काम किया जा रहा है। प्लांट में उत्पादित होने वाली बिजली का प्रथम प्रयोग उस प्लांट के लिए किया जाएगा। वहीं नगर निगम के साथ ही बिजली पास के ही एएनझा इंटर कालेज के हास्टल के साथ ही कालेज परिसर को दी जाएगी।

नगर निगम कूड़ा निस्तारण के लिए 16.80 करोड़ की लागत से प्लांट लगाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। तीन कंपनियों ने प्लांट लगाने के लिए निविदा डाली है। उनके परीक्षण के बाद उसे अंतिम रूप दिया जाएगा। नरेश चंद्र दुर्गापाल, नगर आयुक्त नगर निगम रुद्रपुर

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