उत्तराखण्ड
गन्ना मूल्य में बृद्धि होने से किसान खुश, चार साल से बंद चीनी मिल में पेराई कार्य शुरू
सितारगंज। गन्ना मूल्य में वृद्धि होने तथा चार साल से बंद पड़ी सितारगंज चीनी मिल में पेराई आरंभ होने से तराई में किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। सितारगंज चीनी मिल में पेराई कार्य शुरू होने से तराई के किसानों को अब अन्यत्र कहीं नहीं जाना पड़ेगा। किसान को आधुनिक और साधन संपन्न बनाने के लिए धामी सरकार कटिबद्ध है। इसी कड़ी में अगेती गन्ने का मूल्य 355 रुपये और सामान्य गन्ने का मूल्य 345 रुपये प्रति कुंतल किया जा रहा है।’ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गन्ना मूल्य 28 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की घोषणा करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार का किसानों की आमदनी बढ़ाने पर फोकस है। चार सालों से बंद दि किसान सहकारी चीनी मिल का पेराई सत्र सोमवार को चालू हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और विधायक सौरभ बहुगुणा ने हवन यज्ञ किया। उन्होंने किसान प्रगट सिंह को शॉल ओढ़ाकर और उपहार स्वरूप बाल्टी देकर सम्मानित किया। इसके बाद चेन में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया गया। सीएम ने कहा कि चीनी मिल चालू होने के साथ विकास का नया अध्याय शुरू हो गया है। बाजपुर, किच्छा या बहेड़ी गन्ना लेकर जाने वाले किसानों को अब आसानी होगी। पीपीपी मोड के निर्णय पर लंबा समय लग रहा था। इसलिए ऐसे ही मिल को चलाया गया है। अब ये मिल चलती रहेगी।
इधर गन्ना एवं चीनी उपायुक्त हिमानी पाठक ने बताया कि उत्तराखंड के किसानों को उत्तर प्रदेश की तुलना में पांच रुपये गन्ना मूल्य में वृद्धि की गई है। उत्तर प्रदेश में गन्ने का समर्थन मूल्य 350-340 है जबकि उत्तराखंड में शीघ्र गन्ना मूल्य 355 तथा सामान्य गन्ने का मूल्य 345 रुपये प्रति कुंतल किया गया है। ज्ञात हो कि चार साल से बंद किसान सहकारी चीनी मिल में अब पेराई सत्र चालू हो गया है। इससे स्थानीय किसानों को अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा।