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उत्तराखण्ड

पूर्णागिरि क्षेत्र में होटल एवं धर्मशाला स्वामियों को धारा 133 के तहत जारी होंगे नोटिस

रिपोर्ट – विनोद पाल
टनकपुर – पूर्णागिरि क्षेत्र में भैरव मदिर के आस पास के होटल स्वामी और धर्मशाला स्वामियों के द्वारा सेलागाड़ से दूषित पानी का इस्तेमाल किए जाने पर पूर्णागिरि मेला प्रशासन हुआ सख्त ।आपको बता दें पूर्णागिरि तहसीलदार पिंकी आर्या और थानाध्यक्ष हरीश प्रसाद द्वारा पूर्णागिरि मेला कमेटी अध्यक्ष किशन तिवारी के साथ भैरव मंदिर स्थित धर्मशालाओ और होटल में चेकिंग की गई। जिसके चलते होटल और धर्मशाला व्यवसायियों को साफ-सफाई संबंधित एवं रेट लिस्ट चस्पा किये जाने के साथ एक्सपायरी डेट खाद्य सामग्री बिकी ना किये जाने के सम्बन्ध में सख्त हिदायतें दी गई, वही सेलागाड़ नाले से दूषित जल को प्रयोग में लाए जाने के संबंध में पूर्णागिरि तहसीलदार पिंकी आर्य और थानाध्यक्ष भैरव मंदिर हरीश प्रसाद के द्वारा मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम को एक रिपोर्ट भेजी गई जिसमे पाया गया है की भैरव मंदिर के आसपास बने होटल और धर्मशालाओ में दूषित पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। पानी की पूर्ति हेतु समस्या के चलते काफी समय से पूर्णागिरि क्षेत्र में होटल स्वामी और धर्मशाला स्वामियों द्वारा पानी खींचने वाली मोटर के जरिए दूषित पानी को टैंकों में भरा जाता है।

इसी पानी को उनके द्वारा पूर्णागिरि दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं को भी उपलब्ध कराया जाता है इस मामले पर पूर्णागिरि मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम सुंदर सिंह ने बताया सेलागाड़ गधेरे का दूषित पानी उपयोग किये जाने का मामला प्रकाश में आया था। जिसमें भैरव मंदिर थानाध्यक्ष और पूर्णागिरि तहसीलदार के द्वारा जांच किए जाने के बाद रिपोर्ट तैयार कर भेजी गई जिस पर अमल करते हुए दूषित पानी का प्रयोग करने वाले 12 होटल स्वामी एवं धर्मशाला स्वामियों को धारा 133 सीआरपीसी से संबंधित नोटिस भेजे जाएंगे।

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