उत्तराखण्ड
अवैध हथियारों का बड़ा तस्कर एसटीएफ और पुलिस की मुठभेड़ में गिरफ्तार,भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद
देहरादून/ उधम सिंह नगर। अवैध हथियार तस्करों के खिलाफ उत्तराखंड एसटीएफ की जबरदस्त स्ट्राइक, अवैध हथियारों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त .उत्तराखण्ड एसटीएफ व पुलभट्टा पुलिस ने मुठभेड़ में किया उ0प्र0 के सबसे बड़े आर्म्स डीलर को गिरफ्तार जो उत्तराखण्ड, हरियाणा, पंजाब समेत समूचे उ0प्र0 में करता था अवैध असलाहों की तस्करी.भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद( 06 सेमीऑटोमैटिक पिस्टल, तंमचे, कारतूस व मैगजीन)।एसटीएफ के इस ऑपरेशन को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा पिछले तीन दिवस से कुमाऊं क्षेत्र में लगाया था कैंप।
उत्तराखंड राज्य में बढ़ते अवैध हथियारों की तस्करी की रोकथाम हेतु राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के दिशा निर्देशन पर एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा अवैध हथियारों के तस्करों के विरुद्र कार्यवाही के आदेश के बाद सीओ एसटीएफ कुमाऊँ सुमित पांडे एवं प्रभारी निरीक्षक एसटीएफ एमपी सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ व थाना पुलभट्टा पुलिस द्वारा एक ज्वांइट ऑप्रेशन के तहत कार्यवाही करते हुए बीती रात्रि थाना पुलभट्टा क्षेत्र से एक बड़े अवैध हथियारों के तस्कर इस्त्याक उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है ।
जिसके कब्जे से 06 अवैध कन्ट्री मेड हथियार व कारतूस बरामद हुए हैं। गिरफ्तार अभि0 के विरुद्ध कल देर रात्रि थाना पुलभट्टा में धारा 3/25 आर्म्स एक्ट व 307 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री आयुष अग्रवाल पिछले तीन दिवस से कुमाऊं में रहकर इस ऑपरेशन की स्वयं निगरानी कर रहे थे और टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे।
गिरफ्तार तस्कर इस्त्याक उर्फ सोनू के बारे में उत्तराखण्ड एसटीएफ को कल रात्रि गोपनीय इनपुट मिला था कि वह हथियारों की बड़ी खेप लेकर उत्तराखण्ड की सीमा पर आ रहा है जिस पर एसटीएफ द्वारा स्थानीय पुलभट्टा पुलिस से सम्पर्क कर उन्हें साथ लेकर बरा क्षेत्र में उसकी घेराबन्दी की गयी जैसे ही टीम के द्वारा उसको पकड़ने का प्रयास किया गया तो उसके द्वारा पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग शुरु कर दी टीम के द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायर करते हुए बदमाश को मौके पर ही धर-दबोचा गया।
गिरफ्तार अपराधी ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि वह वर्ष 2008 से हथियारों की तस्करी कर रहा है वह उ0प्र0 के एटा, कानपुर म0प्र0 के मुरेना, राजस्थान के अल्वर से हथियार मंगा कर उ0प्र0 , उत्तराखण्ड, हरियाणा और पंजाब आदि राज्यों में सप्लाई करता आ रहा है, इसी के चलते उसके खिलाफ कई राज्यों में आर्म एक्ट के मुकदमें दर्ज हैं, इसके द्वारा अब तक करीब 400 पिस्टल/रिवाल्वर की तस्करी उ0प्र0 व उससे लगे राज्यों में की जा चुकी है।
गिरफ्तार अभि0 ने बताया कि उन्होनें हथियारों की सप्लाई के लिए कोडवर्ड भी बना रखे ताकि बातचीत व फोन में किसी को शक ना हो इसके लिए वह पिस्टल को (गाड़ी) व कारतूसों को कैप्सूल कहते हैं, पिस्टल उन्हें करीब 30हजार में मिलती है जिसे आगे 40हजार में पार्टी को बेच देते हैं इस प्रकार एक पिस्टल में उन्हें 10हजार का मुनाफा हो जाता है। एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्य आरक्षी महेन्द्र गिरि और किशोर कुमार की विशेष भूमिका रही।







