उत्तराखण्ड
नैनीताल में जिला अधिकारी बंदना सिंह ने अधिकारियों के साथ सभागार में रानीबाग से हनुमानगढ़ी तक रोप वे निर्माण को लेकर बैठक ली
भुवन ठठोला नैनीताल
- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में ट्रैफिक की अत्यधिक समस्या से जूझते लोगों को राहत दिलाने के लिए प्रशासन रानीबाग से हनुमानगढ़ तक रोप वे निर्माण की तैयारी कर रहा है। हाइकोर्ट से जनहित याचिका निस्तारित होने के बाद आज प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर स्टेक होल्डरों के साथ चर्चा की गई।
जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में रोप-वे को लेकर आज एक बैठक हुई। बैठक्क में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एन.एच.ए.आई.), के.एम.वी.एन.के जी.एम.अब्ज प्रसाद वाजपई, एस.डी.एम.राहुल साह, ईओ नगर पालिका आलोक उनियाल, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट, व्यापार मंडल तल्लीताल अध्यक्ष मारुति साह समेत कुछ अन्य लोग मोजूद थे। आठ लाख रुपये की फीस से बनी प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा हुई। एन.एच.ए.आई.के सर्वे के बाद प्रोजेक्ट को वाईबल पाया गया। विभाग ने कहा कि लैंड की उपलब्धता को देखते हुए इस क्षेत्र में पर्याप्त जमीन उपलब्ध हो जाएगी। एन.एच.ए.आई.की सर्वे एजेंसी के अनुसार वर्ष 2019 में 9.5 लाख पर्यटकों ने नैनीताल का दौरा किया था जिसपर उनसे सवाल किए गए तो वो जवाब नहीं दे सके। लगभग 11.45किलोमीटर की इस रोप वे में अच्छी खासी संख्या में यात्री आ जा सकेंगे। इस रोपवे में रानीबाग से नैनीताल पहुंचने के लिए एक तरफ 45 मिनट का समय लगेगा। इसका हलद्वानी की तरफ वाला टावर रानीबाग मंदिर के समीप लगेगा जहां से ये ज्यूलिकोट में उद्यान की जमीन पर बने बीच के पिलर तक पहुँचेगा। यहां से यात्रियों को दूसरे रोपवे का सहारा लेकर नैनीताल के हनुमानगढ़ स्थित अंतिम टावर तक पहुंचना होगा। यात्रियों के लिए रानीबाग में कार पार्किंग की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। हनुमानगढ़ और ज्यूलिकोट में जगह कम होने के कारण कुछ अधिक जगह की जरूरत है। एन.एच.ए.आई.ने तीन माह में डी.पी.आर.तैयार करने का आश्वासन दिया है।जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि टावर लगने वाली तीनों जमीनों की क्लेरिटी संबंधित अधिकारी कराएंगे। उन्हीनें कहा कि प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट को लिखित रूप में मुझे दो तांकि उसे पढ़ा जा सके। ये भी कहा कि डी.पी.आर.के साथ ही बची हुई रिक्वायरमेंट को भी पूरा करते जाया जाएगा।