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कुमाऊँ

पतलचौरा गांव में दस साल से पानी नहीं पहुंचा, खाली हाइडिल पंप ही रह गए

अल्मोड़ा। भैसियाछाना बिकास खंड के पतलचौरा गांव के लिए दस साल पहले एक करोड़ की लागत से तत्कालीन सरकार ने जैंगन नदी के किनारे पर हाइडिल पंप से पतलचौरा गांव को पानी देने की योजना बनाई। लेकिन हाइडिल पंप के द्धारा पतलचौरा अनुसुचित जाति के लोगों को पानी तो नहीं मिला, लेकिन करोड़ों की लागत पर बनाई गई योजना अधर में लटक गई। तत्कालीन सरकार के द्बारा दस साल पहले नारायण सिंह बिष्ट ग्राम प्रधान व मनोज तिवारी बिधायक के प्रयास से यह हाइडिल पंप के द्धारा पानी पहुंचाने की योजना बनाई। लेकिन यहां अब हाईडिल पंप खडे के खड़े हैं ।

करोड़ों की लागत से बना हाइडिल पंप से पतलचौरा गांव में आज तक इस पंप से पानी नहीं पहुंचा। पतलचौरा गांव के समस्त गांव वालों ने इस हाडिल पंप से पानी न‌ही मिलने की आपत्ति जताई है। पतलचौरा गांव के लोगों का कहना है। तत्कालीन सरकार ने एक करोड़ रुपए खर्च करने के बाबजूद भी पतलचौरा गांव में पानी नहीं पहुंचाया।

ग्रामीण बालम सिह बानी,किशन राम, प्रताप राम,जोगा राम,तिल राम,धन राम, लक्षमी बानी, कमला देवी,फते राम,शेर राम,बिशन राम आदि ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई एक करोड़ रुपए खर्च होने के बाबजूद भी खाली हाइडिल पंप रह गए, पानी नहीं पहुंचा।

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