कुमाऊँ
जानिए,क्या है राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका
*हिमालयन अध्ययन केंद्र में आयोजित आशा सम्मान समारोह की खास झलकियां*
पिथौरागढ़। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में आशा कार्यकर्ताओं की विशेष भूमिका है। सामाजिक दायित्वों को वह सहजता पूर्वक निभा रही हैं। जैसा कि आज पूरे देश मे चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आशा कार्यकर्ताओ को सामाजिक स्वास्थ्य के लिए विशेष भूमिका दी है।
कोरोना से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं को ही विशेष जिम्मेदारी दी गई, उस जिम्मेदारी को निभाने में उनकी खास भूमिका भी रही है। यही नहीं आशा कार्यकर्ताओं की चर्चाएं अनेक स्थानों पर सुनाई देती है। क्या है यह कार्यक्रम कैसे इसका गठन हुआ और अब क्या स्थिति है,जानिए पिथौरागढ़ में आयोजित हिमालयन अध्ययन केंद्र के आशा सम्मान समारोह की झलकियों से।इस अवसर पर गत वर्ष की विशिष्ट आशा कार्यकर्ताओं को सरकार द्वारा पुरुष्कार भी दिया गया,आगे उनकी समस्याओं के लिए काम करने का आश्वाशन भी पिथोरागढ़ की विधायक चंद्रा पंत द्वारा दिया गया। इस मौके पर चंद्रा ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं की हर समस्या का समाधान करने का वह प्रयास करेंगी। सरकार की जो भी योजनाएं हैं उनके तहत आशा कार्यकर्ताओं को लाभ दिलायेंगी। कार्यक्रम में हिमालयन अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष डॉ दिनेश जोशी ने आशा कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में बोलते हुए कहा कि आज समाज में आशा वर्कर्स द्वारा ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है। कोरोनाकाल में भी उन्होंने सराहनीय कार्य किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार टीकाकरण आदि का काम आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से होता रहा है। कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए भी उनका सहयोग लिया जाना चाहिए,ताकि वर्तमान में अनेक बुजुर्ग लोग जो घर से निकल नहीं पाते हैं उन्हें घर में ही टीकाकरण की सुविधा मिल जाय।