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उत्तराखण्ड

नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 127वीं जयंती पर स्वराज हिन्द फौज ने की मूर्ति लगाने की मांग

संवाददाता -शंकर फुलारा

हल्द्वानी। स्वराज हिन्द फौज के संस्थापक एवं केन्द्रीय अध्यक्ष सुशील भट्ट के नेतृत्व में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 127वीं जयंती के अवसर पर हल्द्वानी के मुख्य चौराहे पर नेताजी की बड़ी मूर्ति लगाये जाने सम्बन्धी 2 सूत्रीय मांगपत्र नगर आयुक्त को सौंपा गया ।

ज्ञापन में हल्द्वानी के किसी एक मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की एक बड़ी मूर्ति लगाने व नैनीताल रोड स्थित नगर निगम के किसी भी पार्क में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति लगाकर वहां नेताजी के साथ घटित ऐतिहासिक घटनाओं का कलात्मक चित्रण कर उस पार्क को विकसित करने की माँग की गई।

इस अवसर पर सुशील भट्ट ने कहा कि नेताजी नें भारत के लिए पूर्ण स्वराज का सपना देखा था जिसकी लड़ाई स्वराज हिन्द फौज आज भी लड़ रहा है ।

भारत को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए ही नेताजी नें आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया था , जिसने अंग्रेज़ी सरकार की नींव को हिलाकर रख दिया था । तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा , जय हिंद और दिल्ली चलो जैसे ऐतिहासिक नारे नेताजी ने ही देश को दिये थे।

नेताजी एक बहुत बड़े कुटनीतिज्ञ भी थे उनका मानना था कि अंग्रेजों के दुश्मनों से मिलकर ही आज़ादी हासिल की जा सकती है । जब द्वितीय विश्व शुरू हुआ तो वे कलकत्ता से काबुल के रास्ते जर्मनी पहुंचे, जर्मनी में उनकी मुलाकात हिटलर से हुई, जिसने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया ।

इसी कड़ी में उन्होनें इटली और जर्मनी में कैद भारतीय युद्ध बंदियों को आज़ाद करवा कर एक मुक्ति सेना भी बनाई । नेताजी की आज़ाद हिंद फौज़ नें सन 1944 में ब्रिटिश सेना पर हमला कर कई भारतीय प्रदेशों को अंग्रेज़ों से मुक्त करा दिया था। 18 अगस्त सन 1945 को टोक्यो (जापान) जाते समय ताइवान के पास एक हवाई दुर्घटना में उनका शव नहीं मिल पाने के कारण नेताजी की मौत का सही कारण हमें आज तक पता नहीं चल पाया है ।

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सुशील भट्ट ने कहा कि हमें व्यक्तिगत स्वार्थ के बजाय सेवा-कार्यों के उद्देश्य से ही सामाजिक संगठनों का गठन करना चाहिए । पारस्परिक सहयोग और त्याग की भावना से ही कोई संगठन प्रगति की और अग्रसर हो सकता है।

किसी भी संगठन व व्यक्ति की पहचान उसके सिद्धान्तों व नैतिक मूल्यों एवं आदर्शों के आधार पर होनी चाहिए लेकिन आज व्यक्ति की पहचान उसके धन व पद के आधार पर होती है , जो कि वर्तमान समाज की मनोदशा को दर्शाता है । कहा कि उनके संगठन की उपरोक्त दोनों मांगे हल्द्वानी की देशभक्त जनता की भावनाओं के अनुरूप हैं।

इस अवसर पर देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर , पूर्व पालिकाध्यक्ष हेमन्त बगड़वाल , सुरेश चंद्र कपिल , आर्येन्द्र शर्मा , भाजपा नेता डॉ0 जेड ए वारसी , दीपक सूठा , जुबेर रजा , मो0 शाहरुख समेत कई लोग उपस्थित थे।

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