कुमाऊँ
पाण्डे दम्पति हर वर्ष लगाते हैं सैकड़ों फलदार वृक्ष और पौधे
रानीखेत। सामाजिक कार्यो से जुड़े पांन्डे दम्पत्ति ने हर साल की तरह इस बार भी वृक्ष और पौधे लगाने के अभियान को पूरा करते हुए ग्राम गंगोडा़, कोटली व अम्याडी़ क्षेत्र में अमरूद, देवदार, उतीस, बांज के भिन्न प्रकार के वृक्ष लगाए। इस बार भी इन्होंने प्रतिवर्ष की तरह 251 वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा । बताते चलें कि इस दम्पत्ति ने क्षेत्र में अगणित पौधे लगाने का संकल्प लेने के बाद अब तक लगभग हजारों पौधे लगा भी चुके हैं और क्षेत्र के लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते आ रहे है।
सतीश पांन्डे और उनकी पत्नी लीला पांन्डे प्रकृति के प्रति इतनी आस्था रखते है कि उन्होंने धरती पर हरियाली फैलाने के इस काम को वह अपने घरेलू कार्य की तरह करते आ रहे हैं। अब तक क्षेत्र में हजारों फलदार वृक्ष और पौधे अपने निजी खर्च से लगा चुके है। सतीश पांन्डे इससे पहले भी वर्ष 2011 से 2016 तक रानीखेत मुक्तिधाम में विभिन्न प्रजाति के वृक्ष और पौधे लगा चुके हैं। आज भी पांन्डे दम्पति न केवल वृक्ष और पौधे लगाता हैं बल्कि उनके संरक्षण पर भी उतना ही ध्यान देेता हैं।
सतीश पांडे बताते हैं कि वृक्ष लगाना अब मेरे जीवन का महत्वपूर्ण कार्य बन गया हैं। लोगों का जीवन अमूल्य है, हमने कोरोना संक्रमण के समय देखा है कि देश व शहरो में कैसे आक्सीजन की किल्लत से लोग मौत के आगोश में चले गए थे। आज हम सबको अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। जिससे प्रर्याप्त मात्रा में आक्सीजन मिल सके, और आने वाली पीढ़ियों को आक्सीजन उपलब्ध हो सके।
बलवन्त सिंह रावत