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उत्तराखण्ड

कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी से खास बातचीत-

कहा राजनीति से हटकर हो हल्द्वानी महानगर का विकास,
भाजपा जनता में फैला रही भय और डर का माहौल
हल्द्वानी। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी ने कहा कि हल्द्वानी महानगर का समुचित विकास राजनीति को एक तरफ रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुमाउं का यह प्रमुख शहर होने की बजह से इसका दिन प्रतिदिन विस्तारीकरण होता आ रहा है। ऐसे में इसका विकास करने के लिए योजनाओं को धरातल पर सही से उतारने की जरूरत है। श्री जोशी ने कहा कि उन्हें जनता का आर्शीवाद मिल रहा हैं उन्होंने पिछले 32 साल से इस शहर के लिए संघर्ष किया है। जमरानी जैसे बांध बनाने के लिए लड़ाई लड़ी है। हालांकि उसका क्रेडिट आज भलेही कोई और ले रहे हों लेकिन हकीकत यह है की जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए उन्होंने सालों संघर्ष किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से लगी सड़कों को बुरी तरह से उधेड़ दिया गया है।

दीपावली चली गई है। लेकिन गांव के वार्डो में आज तक स्ट्रीट लाइटें नहीं जली। शहर नगर से महानगर बन गया है लेकिन इन दस सालों में कितना विकास हुआ सभी भलि भांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा एक प्रमुख मकसद है मेयर बना तो पहाड़ से आने वाले हर मरीज के तीमारदार के लिए एक गेस्टहाउस बनाउंगा। ताकि उसमें वह रह सकें। उन्होंने कहा कि मरा हुआ कंडीडेट कहने वालों को शर्म आनी चाहिए की वह किस मामले में मुझसे मुकाबला करने की क्षमता रखते हों कभी डिबेट करके तो देखें मैं उन्हें तब बताउं कौन मरा है और कौन जिंदा। उन्होंने कहा कि इस तरह की टिकाटिप्पणी करने वाले कितने पढ़े लिखे हैं वह जग जाहिर हो गया है। केन्द्र से मिले दो हजार करोड़ रुपए का कितना विकास हुआ और कहां हुआ जनता यह भी जानना चाहती है।

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श्री जोशी ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उसे लोकतंत्र विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा चुनावी प्रक्रिया में अपनाए जा रहे हथकंडे लोकतंत्र की हत्या के समान हैं। निर्दलीय प्रत्याशी फौजी भुवन पांडेय पहाड़ी को घर से उठाए जाने की घटना को उन्होंने निंदनीय बताते हुए इसे राजनीतिक विरोधियों को डराने-धमकाने की कोशिश बताया। जोशी ने कहा, “भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां हर नागरिक को अपने अधिकारों के साथ चुनाव लड़ने और विचार प्रकट करने की आजादी है। भाजपा का रवैया दर्शाता है कि वह चुनाव में हार के डर से लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन कर रही है। अगर भाजपा ने वास्तव में विकास कार्य किए होते, तो उसे इस तरह के हथकंडे अपनाने की जरूरत ही नहीं पड़ती। लेकिन सवाल यह है कि निर्दलीय प्रत्याशियों से इतना डर क्यों?”ललित ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह जनता के बीच डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि यह निकाय चुनाव जनता का है और हर किसी को इसमें हिस्सा लेने का अधिकार है। निर्दलीय प्रत्याशियों को निशाना बनाना यह दिखाता है कि भाजपा अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए अलोकतांत्रिक तरीके अपना रही है।

उन्होंने कहा, “यह घटना केवल एक निर्दलीय प्रत्याशी को डराने की कोशिश नहीं है, बल्कि यह पूरे लोकतांत्रिक तंत्र पर हमला है। क्या भाजपा के शासन में लोगों को जीने का अधिकार भी छीना जाएगा? ऐसे कृत्य लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर करने का काम कर रहे हैं, जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी। यह सरकार जनता के अधिकारों का हनन कर रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” कहा कि भाजपा को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। “निकाय चुनाव जनता का चुनाव है। यह चुनाव तय करेगा कि विकास की राजनीति चलेगी या डर और दबाव की। जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर भाजपा को जवाब देगी और यह साबित करेगी कि लोकतंत्र में ऐसे अलोकतांत्रिक कृत्य स्वीकार्य नहीं हैं।”उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में लोगों की स्वतंत्रता पर लगातार हमला हो रहा है। यह समय है कि जनता अपने अधिकारों के लिए खड़ी हो और ऐसी ताकतों को जवाब दे जो लोकतांत्रिक प्रणाली को कमजोर करने का प्रयास कर रही है।

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