उत्तराखण्ड
आवारा घूम रहे पशु बन रहे हादसों का कारण महिलाओं नें प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन
रिपोर्ट – विनोद पाल
टनकपुर – सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन सड़कों पर बैठे आवारा जानवरों से कई लोगों की मौत हो चुकी है तो काफी लोग अब तक चोटिल हो चुके हैं कुछ दिन पूर्व गेडाखाली में एक युवा रात्रि के समय अपने घर जा रहा था रास्ते में बैठी भैंस से टकराकर उसकी भी मौत हो गई जिससे आक्रोशित महिलाओं ने तहसील में प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश रैली निकालकर एसडीएम आकाश जोशी को ज्ञापन सोपा। ज्ञापन में कहा है कि आवारा घूम रहे जानवरो से हर रोज कोई ना कोई दुर्घटनाए होती रहती हैं कुछ पशु पालक अपने जानवरो को सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं जिनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए और जल्द से जल्द आवारा घूम रहे जानवरो से निज़ात दिलाये जाने हेतु प्रशासन को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए,ग्रामीण महिला गीता चंद नें बताया जब तक गाय दूध देती है तब तक पशु पालक घर में उसका पालन पोषण करते हैं और ज़ब गाय दूध देना बंद कर देती हैं तो वह आवारा जानवरों की तरह सड़कों पर छोड़ देते हैं इन आवारा जानवरो के कारण दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रहीं हैं।और बताया सड़को में घूमने वाले जानवर आवारा हो या पालतू उस पर प्रतिबंध प्रशासन द्वारा लगाया जाय। प्रशासन द्वारा सख्ती से (कालाझाला गौशाला) संरक्षक को रोज गश्त लगाकर सडक में दिखने वाले जानवरों को ले जाकर गौशाला में डाला जाय और जानवर संरक्षक से आर्थिक दंड लिया जाये सभी जानवरों को टैग लगवाये जायें। उक्त विषय पर प्रशासन द्वारा जानमाल की सुरक्षा के लिए रोकथाम अति आवश्यक है। प्रशासन सख्त हो और जल्द से जल्द कार्यवाही अमल में लाई जाये । ऐसा न होने की दशा में आंदोलन उग्र होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।