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कुमाऊँ

होलिका दहन का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया

टनकपुर। होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। पहले दिन रात्रि से मध्य रात्रि तक होलिका जलायी जाती है,जिसे होलिका दहन कहते हैं।

होलिका दहन के दूसरे दिन छलेड़ी का त्यौहार मनाया जाता है जिसमें एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं,और ढोल नगाड़े बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जाकर लोगों को गुलाल लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी शत्रुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से आपस में दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान इत्यादि करके नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं और एक दूसरे से गले मिलते हैं और गुजिया खिलाते हैं। लेकिन इस बार एक विशेष संजोग बन रहा है इस बार छलेड़ी का त्यौहार दो दिन मनाया जाएगा। यूपी साइड के लोग इस त्यौहार को होलिका दहन के दूसरे दिन दोपहर तक मनाएंगे तो वहीं दूसरी और उत्तराखंड के कुमाऊनी लोगों के द्वारा इस त्यौहार को 19 मार्च 2022 शनिवार को सुबह से दोपहर तक मनाया जाएगा। इस वर्ष होली टीका 20 मार्च 2022 को होगा। टनकपुर में कल गुरुवार को कुछ जगह होलिका दहन रात्रि 8:30 बजे से 9:30 बजे की मध्य रात्रि तक किया गया तो वहीं दूसरी ओर कुछ जगह पर सुबह 5:00 बजे होलिका दहन किया।

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होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा की रात को हिरण्यकश्यप की बहन होलिका विष्णु भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर जल्दी चिता पर बैठ गई थी। होलिका ने तो चादर ओढ़ ली,ताकि आग लगाने के बाद वह बच जाए और प्रह्लाद जलकर मर जाए, जब चिता में आग लगाई गई,तब भगवान विष्णु की कृपा से उस चादर से प्रह्लाद सुरक्षित हो गए और होलिका जलकर मर गई। तभी से होलिका दहन का त्यौहार भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने लगा।

संवादाता:- गौरव शर्मा टनकपुर

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