उत्तराखण्ड
काफलीगैर कृषि विज्ञान केंद्र में शहद एवं मधुमक्खी पालन की कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने दी जानकारी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के कृषि विज्ञान केंद्र काफलीगैर द्वारा राष्ट्रीय शहद एवं मधुमक्खी मिशन के अंतर्गत वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन पर दो सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए यह कार्यक्रम 22 फरवरी से 28 फरवरी एवं 24 फरवरी से 2 मार्च तक आयोजित किए गए। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में कुल 50 कृषकों ने प्रतिभाग किया जिन्हें कृषि विज्ञान केंद्र पर मधुमक्खी पालन की जानकारी एवं बारीकियां बताने के साथ प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया।
इसके साथ साथ प्रशिक्षणार्थियों को और अधिक सफल बनाने और जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ मधुमक्खी पालन के विषय पर कार्य कर रहे अन्य संस्थानों से भी संपर्क साधने के उद्देश्य के साथ इन प्रशिक्षणार्थियों को विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के हवालबाग स्थित प्रायोगिक पर क्षेत्र का भ्रमण भी कराया गया जहां उन्हें मधुमक्खी इकाई पर विशेष जानकारी उपलब्ध कराई गई।प्रशिक्षणार्थियों को पंतनगर विश्वविद्यालय के आदर्श मधुमक्खी पालन इकाई का भ्रमण कराने के साथ-साथ अन्य उपयोगी जानकारी भी उपलब्ध कराई गई।
कृषकों को सरकारी सुविधा की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ और अधिक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए राजकीय मधुमक्खी केंद्र जोलीकोट का भी भ्रमण कराया गया इस प्रकार प्रशिक्षणार्थियों को संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराते हुए उनसे अपेक्षा की गई कि वह मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में आगे आकर अपनी आए बढ़ाएंगे। यह कार्यक्रम केंद्र प्रभारी डॉक्टर कमल कुमार पांडे के निर्देशन एवं देखरेख में श्री हरीश जोशी श्रीमती निधि सिंह एवं श्री मेदनी प्रताप सिंह द्वारा संपादित किया गया। कार्यक्रम में कुशल मधुमक्खी पालक भोपाल सिंह द्वारा भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रशिक्षणार्थियों को दी गई।