कुमाऊँ
मित्र पुलिस की अनूठी पहल, वायरस से ठीक हुए लोगों का प्लाज्मा डोनेट करने को बनाई वेबसाइट ,संक्रमितों का होगा इलाज
राज्य में कोरोनावायरस के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं इसको देखते हुए हर व्यक्ति परेशानी का सामना कर रहा है वही कोरोनावायरस से ठीक हुए व्यक्तियों के द्वारा प्लाज्मा डोनेट करना एक सामाजिक कार्य है। बहरहाल अब उत्तराखंड पुलिस ने प्लाज्मा हेतु एक नई पहल शुरू की है। एक वेबसाइट तैयार की गई है, महामारी से लड़कर वापस आ चुके लोगों का रोल काफी अहम माना जा रहा है। कई बार लोगों को प्लाज़्मा डोनेशन हेतु जागरुक करने के लिए अभियान चलाए गए हैं। हुआ यह है कि वैश्विक महामारी में प्लाज्मा समय से न मिल पाने के कारण मृत्यु दर भी बढ़ रही है।
अब उत्तराखंड पुलिस की अभिनव पहल के तहत रुद्रपुर में तैनात प्रशिक्षु एसआइ वंदना ने डिजिटल वालंटियर को साथ लेकर प्लाज्मा डोनेशन वेबसाइट तैयार की है।इस वेबसाइट के माध्यम से कोरोना मरीज एवं प्लाजमादाता दोनों सहज व सरल रूप से एक दूसरे की सहायता कर सकेंगे। साथ ही अब कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों को वेबसाइट से जोड़कर पीडि़तों को प्लाज्मा डोनेशन के लिए काउंसिलिंग कर रहे हैं। यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि अगर रिकवर हो चुके मरीजों ने प्लाजमा डोनेट करना शुरू किया तो महामारी को हराना काफी आसान हो सकता है।
कोरोना मरीजों की मदद के लिए बनी वेबसाइट www.covid19plasmauk.in में सबसे पहले दानदाता और मरीज का ऑप्शन आता है। जिन्हें प्लाज्मा डोनेट करना है, वे दानदाता फॉर्म भरेंगे और जिन्हें प्लाज्मा चाहिए, उनके परिजन मरीज वाला फॉर्म भऱेंगे। इसे भकते ही सारा विवरण उत्तराखंड पुलिस की वेबसाइट पर आ जाएगा। जिसके बाद दोनों से संपर्क कर पीडि़त को प्लाज्मा उपलब्ध कराएंगे।रुद्रपुर में प्रशिक्षु एसआइ वंदना चौधरी ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उन्हें पीटीसी नरेंद्र नगर टिहरी में प्रशिक्षण के दौरान उनके मन में विचार आया था। विचार यह जिससे रिकवर मरीज संक्रमितों की मदद कर सकें वह भी ऑनलाइन जुड़कर। जिसके बाद उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान ही डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार से परमिशन ली।बाद में वंदना चौधरी ने डिजिटल वालंटियर अलीम खान मोहम्मद सोएब के साथ प्रदेश के कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए प्लाज्मा डोनेशन वेबसाइट तैयार कर डाली। बहरहाल अब कोरोना संक्रमण से बाहर निकले लोग संक्रमितों की मदद के लिए केवल आगे ही नहीं आ रहे बल्कि ऐसे लोगों की टीम काउंसलिंग कर लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित कर रही है। अब तक वेबसाइट के जरिए उत्तराखंड के 45 जरूरतमंदों को प्लाज्मा दिया जा चुका है।

