उत्तराखण्ड
प्रदेश के सभी शहरों में पेयजल व्यवस्था होगी बेहतर : चुफाल
हल्द्वानी। जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रदेश के सभी शहरों में पेयजल व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये डबल इंजन सरकार तेजी से काम कर रही है। यह कहना है पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल का। भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पेयजल मंत्री श्री चुफाल ने कहा कि पेयजल व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर है। प्रदेश में पेयजल से अब तक अल्मोड़ा और पौडी जिले सबसे अधिक प्रभावित रहे हैं अब यहां भी जल जीवन मिशन योजना के तहत 90 प्रतिशत से अधिक योजनाओं पर कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके साथ ही लगभग साढे 4 हजार करोड़ की योजनाये स्वीकृत हो गई है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के, जल जीवन मिशन के तहत 2024 से पहले, और उत्तराखंड में सरकार का लक्ष्य 2023 तक प्रत्येक शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को पेयजल की समस्या से छुटकारा देना है। सरकार का लक्ष्य है प्रतिदिन प्रत्येक व्यक्ति को 55 लीटर पानी निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा।
पेयजल मंत्री ने कहा प्रदेश में अमृत योजना के तहत सात शहरों में काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं पानी की बर्बादी को रोकने के लिए विभागीय जांच के निर्देश भी दे दिए गए हैं। एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा स्टोन क्रेशरों द्वारा लालकुआं क्षेत्र में सेंचुरी पेपर मिल के राख से विशालकाय गड्ढों को भरे जाने पर इसे उन्होंने स्वतः संज्ञान में ले लिया है। भू-जल को दूषित होने से रोकने को लेकर वह संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गजराज सिंह बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेश तिवारी आदि भी मौजूद थे।