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अवैध कटान पर इन अधिकारियों पर गिरी गाज
मीनाक्षी
हल्द्वानी। तराई केंद्रीय वन प्रभाग की हल्द्वानी रेंज में 80 से ज्यादा खैर के पेड़ कटान के मामले में फॉरेस्टर और डिप्टी रेंजर को निलंबित कर दिया है। मामले में फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित जबकि रेंजर को डीएफओ कार्यालय से अटैच कर दिया गया है। वन अधिकारी तीन हफ्ते से जंगल में खैर के कटे पेड़ों को गिनने में जुटे हैं। हल्द्वानी रेंज के मोटाहल्दू क्षेत्र के जंगलों में लंबे समय से तस्कर खैर के पेड़ काट रहे थे। धीरे-धीरे 80 से अधिक पेड़ काटकर ठिकाने लगा दिए गए। इतनी अधिक संख्या में पेड़ कटान से वन विभाग में ऊपर से लेकर नीचे तक हड़कंप मच गया।मामले में लीपापोती करते हुए फॉरेस्ट गार्ड उमेश को निलंबित कर दिया गया। बाद में जब रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड के ऑडियो वायरल हुए तो रेंजर को भी डीएफओ कार्यालय से अटैच कर दिया गया। मामले को लेकर एसडीओ मनिंदर कौर के जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद अब रेंज के एक फॉरेस्टर और डिप्टी रेंजर को भी निलंबित कर दिया है। इधर वन विभाग की टीम 13 जुलाई से हल्दूचौड़ के जंगलों में काटे गए खैर के पेड़ों की संख्या गिनने में लगी है। हल्द्वानी रेंज की मोटाहल्दू बीट में अवैध रूप से खैर के पेड़ कटान का मामला सामने आया है। मामले में फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित और रेंजर को डीएफओ कार्यालय से अटैच कर दिया गया था। जांच में अब फॉरेस्टर और डिप्टी रेंजर के भी लापरवाही सामने आने पर उनको भी निलंबित कर दिया है। – यूसी तिवारी, डीएफओ, तराई केन्द्रीय वन प्रभाग

