उत्तर प्रदेश
अगले साल से होंगी दो बोर्ड परीक्षाएं, छात्रों को होगा क्या लाभ, पढ़ें नियम से लेकर कारण तक सबकुछ
नई दिल्ली: 10वीं और 12वीं कक्षाओं में इस साल प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। अगले साल यानी वर्ष 2025 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में उन्हें बोर्ड परीक्षा देने के दो मौके मिलेंगे।
खास बात यह है कि दोनों ही परीक्षाएं थोड़े अंतराल पर होंगी। छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होने या दोनों में से किसी एक परीक्षा में शामिल होने का विकल्प चुन सकेंगे।
जेईई की तर्ज पर होगी परीक्षा
यह परीक्षा इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए होने वाली जेईई (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम) मेन परीक्षा की तर्ज पर होगी। इसमें उस परीक्षा के अंकों को ही अंतिम माना जाएगा, जिसमें छात्र का प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
इसलिए सरकार ने लिया ये फैसला
बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्रों के तनाव को खत्म करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने यह पहल की है। इसे लेकर मंत्रालय ने सीबीएसई को जरूरी तैयारियों के निर्देश दिए हैं।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर यह सिफारिश की गई है। नीति के आने के बाद सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई सुधार भी किए हैं।
CBSE से होगी शुरुआत
इसके तहत छात्रों को अधिकतम तीन विषयों में फेल होने पर उसी साल फिर परीक्षा का देने का विकल्प दिया था। लेकिन अब बोर्ड परीक्षाओं को दो बार आयोजित किए जाने से छात्रों को और सहूलियत मिलेगी। इसकी शुरुआत सीबीएसई से की जाएगी।
सभी राज्यों को भी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव का सुझाव दिया गया है। सूत्रों की मानें तो छात्रों को तनाव से उबारने के लिए बड़ी संख्या में राज्य यह विकल्प अपना सकते हैं।
बता दें, मौजूदा समय में बोर्ड परीक्षाओं के तनाव के कारण बड़ी संख्या में छात्र आत्महत्या करते हैं, जो मौजूदा परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है।
एनईपी के तहत स्कूलों के लिए पाठ्यपुस्तकों को अंतिम रूप दे दिया गया है। संकेत हैं कि अगले महीने से इनकी छपाई भी शुरू हो जाएगी।
मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों की मानें तो एक अप्रैल, 2024 से पहले स्कूलों की तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षाओं की नई पाठ्यपुस्तकें आ जाएंगी।
11वीं कक्षा की नई पाठ्यपुस्तकों को लाने का भी लक्ष्य रखा गया है। प्री-प्राइमरी, पहली व दूसरी कक्षाओं के लिए एनईपी के तहत नई पाठ्यपुस्तकें पहले ही तैयार हो चुकी हैं। बाकी कक्षाओं की किताबें 2025 में आएंगी।