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उत्तराखंड में नहीं थम रही जंगलों की आग, अब बागेश्वर में उठा धुआं; ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
मनकोट और तुपेड़ के जंगलों में सोमवार को आग लग गई। जिस कारण वातावरण में भी धुआं फैल गया है। आग से पर्यावरण को व्यापक नुकसान होने लगा है। ग्रामीणों ने वनों को जलाने वाले अराजक तत्वों की पहचान करने और कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
बीते 15 फरवरी से फायर सीजन शुरू हो गया है। जंगलों की आग भी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को सिमकुना के जंगल में आग लगी थी। वन विभाग ने किसी तरह आग पर काबू पाया। वहीं सोमवार को धरमघर रेंज के तुपेड़ और बागेश्वर रेंज के मनकोट के जंगल धधक उठे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।
वन विभाग की टीम ने पाया काबू
वन विभाग ने तुपेड़ की आग पर काबू पा लिया, लेकिन मनकोट के जंगलों की आग शांत नहीं हो पाई। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार हवा तेज चलने के कारण जंगल की आग से उनके पशुओं के लिए रखा गया चारा आग की भेंट चढ़ जाता है। उन्होंने विभाग से आग पर काबू पाने की मांग की है।
बदल रहा है मौसम
उत्तराखंड में मौसम बदल गया है। एक बार फिर से बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। पहाड़ की चोटियों पर बर्फ की सफंद चादर बिछने लगी है। गौर करने वाली बात ये है कि बारिश और बर्फबारी के बाद भी पहाड़ के जगलों में आग लग रही है।