उत्तराखण्ड
उत्तराखंड सेवानिधि ने कुमाऊंनी लोक गीतों की विधाएं विषय पर कार्यक्रम आयोजित
अल्मोड़ा। उत्तराखंड सेवानिधि ने कुमाऊंनी लोक गीतों की विधाएं विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य वक्ता लोकप्रिय संस्कृति कर्मी एवं वरिष्ठ पत्रकार नवीन बिष्ट रहे। उन्होंने कहा कि कुमाऊं के लोकगीतों में विविध रंगों पर विस्तृत प्रकाश डाला। बिष्ट ने संगीतमय प्रस्तुति के साथ अपनी बात रखी। सेवानिधि के निदेशक पद्मश्री डा ललित पांडे ने कार्यक्रम की शुरूआत में बिष्ट का शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि संस्था का यह सिलसिला 2018 से शुरू हुआ है और यह 19 वां आयोजन है।
बिष्ट ने चैती से अपनी बात की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि हिन्दू कलेंडर में चैत को पहला महीना है। लोकगीतों में इस दौरान चैती गायन होता आया है। समाज का एक वर्ग घर घर जाकर चैती गाता था। इसमें लोक संगीत के साथ ही पूरे साल सुखमय जीवन के कल्याम के लिए आशीष के बोल भी होते थेः जो भागी जियलो नौ ऋतु सुणेलो आदि गाएन होता था। उन्होंने छपेली के अलग अलग रंग पेश किए। बताया कि इसमें दादरा व कहरुवे के साथ गायन किया जाता है। झौड़े के विविध प्रकारों को रखते हुए बिष्ट ने झुमकिया देव आदि झौड़ों पर प्रकाश डाला। चांचरी की चंचला के साथ ही उन्होंने मधुर कंठ से गाई जाने वाली न्यौली जोकि उदासीन वातावरण में एक नया रंग भर देती है कि प्रस्तुति दी। बैर के साथ भगनौल के संबंध को भी गाने के साथ समझाने की भरपूर कोशिश की। लोरी जिसे स्थानीय बोली में हुलारी कहते की प्रस्तुति के साथ उन्होंने अपने व्याख्यान का समापन किया। बिष्ट ने सेवानिधि संस्था का मौका दिए जाने के लिए आभार भी व्यक्त किया। निदेशक पांडे ने बिष्ट सहित सभी उपस्थित लोगों का चर्चा में सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया।
बिष्ट के गायन में हुड़के में संगत देने वालों में नारायण सिंह थापा व बांसुरी में उमेश कुमार ने शामिल रहे। इससे पहले सेवानिधि के कमल जोशी ने नवीन बिष्ट का जीवन परिचर प्रस्तुत करते हुए उनके रंगकर्म के दीर्घ अनुभव को साझा किया। कार्यक्रम में गिरीश चंद्र जोशी देवेद्र अग्निहोत्री लता पांडे मीता उपाध्याय ध्रुव टम्टा दीप वर्मा कल्याण सिंह मनकोटी मोहन कांडपाल किरन जोशी जीवन चंद्र जोशी यूकोस्ट के सुभाष नेगी प्रो एस हामिद सीएस सिराड़ी रधु तिवारी पत्रकार व पूर्व सभासद अशोक पांडे हरीश भंडारी जगदीश जोशी नीरज पांगती माधुरी बिष्ट लक्षिता बिष्ट नीरज भट्ट वैभव जोशी सुरेश बिष्ट आदि मौजूद रहे।