उत्तराखण्ड
उत्तराखंड- यहां खिला दुर्लभ हिमालय फूलों की रानी का फूल
चमोली में मौजूद फूलों की घाटी में ब्लू पॉपी नामक यह जापानी फूल तकरीबन चार दशक पहले घाटी में पहली बार देखने को मिला था और तब से ही यह घाटी का सदस्य बन गया है और यह हर साल उगता है। इन दिनों यह जापानी फूल पर्यटकों को खूब लुभा रहा है और अपनी खूबसूरत छटा बिखेर रहा है।ब्लू पॉपी को हिमालय फूलों की रानी भी कहा जाता है और हेमकुंड साहिब एवं फूलों की घाटी में यह फूल प्रचुर मात्रा में उगता है। अगस्त महीने के आखिरी तक हेमकुंड साहिब एवं फूलों की घाटी की खूबसूरती में यह फूल चार चांद लगा देता है।
दुनिया में ब्लू पॉपी की कुल 40 प्रजातियां मौजूद हैं और भारत में 20 प्रजातियां पाई जाती हैं। चलिए आपको ब्लू पॉपी के फूलों की घाटी में आने की कहानी भी बताते हैं। दरअसल 1986 तक ब्लू पॉपी का एक भी फूल घाटी में मौजूद नहीं था। इसी वर्ष जापान के एक रिसर्च स्कॉलर फूलों का शोध करने के लिए फूलों की घाटी पर आए और उन्होंने जापान में काफी अधिक पसंद किए जाने वाले ब्लू पॉपी के बीज घाटी में बिखरा दिए। इस तरह फूलों की घाटी में 4 दशक पहले यह फूल मेहमान बनकर आया और तबसे ही फूलों के परिवार का एक अभिन्न अंग बना हुआ है। फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती का कहना है के ब्लू पॉपी को पर्यटक खूब पसंद करते हैं