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उत्तराखण्ड

कपकोट में किशोरियों के साथ बर्बरता का वीडियो वायरल, एक आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार

उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद के कपकोट क्षेत्र में दो किशोरियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दो किशोरियों को एक बंद कमरे में अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें गालियां दी जा रही हैं, थप्पड़ मारे जा रहे हैं और ‘मुर्गा’ बनाकर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। वीडियो सामने आते ही पुलिस हरकत में आ गई और चार युवकों के खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य तीन की तलाश की जा रही है। पीड़ित किशोरियों के परिजनों की तहरीर के आधार पर लक्की कठायत, योगेश गढ़िया, तनुज गढ़िया और दक्ष फर्स्वाण के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74, 115(2), 352, 351(2) तथा पॉक्सो अधिनियम की धारा 7/8 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी। जानकारी मिली कि तीन आरोपी एक कार में सवार होकर बागेश्वर की ओर भाग रहे थे। मंडलसेरा बाईपास पर चेकिंग कर रही पुलिस टीम ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने एक पुलिसकर्मी को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और तेजी से भागने लगे। हालांकि पीछा करने के बाद पुलिस ने कार को रोक लिया और उसमें सवार योगेश गढ़िया को दबोच लिया, जबकि लक्की और दक्ष अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस ने कार को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच जारी है।

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वहीं, फरार आरोपियों पर पुलिस पर हमला करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर बीएनएनएस की धारा 132 और 221 के तहत एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इस पूरे मामले को लेकर बागेश्वर के एसपी चंद्रशेखर आर. घोड़के ने स्पष्ट किया है कि किशोरियों के साथ हुई यह घटना बेहद गंभीर और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और जल्द ही सभी को हिरासत में लेकर कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है, बल्कि समाज के सामने भी यह सवाल खड़ा करता है कि किशोरियों की सुरक्षा को लेकर अब भी कितनी सजगता की जरूरत है।

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