कुमाऊँ
कोरोना की दूसरी लहर से दहशत, रविवार को रहा पूर्ण लॉक डाउन
कोविड -19 की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचने लगा लगा है। लोग ख़ौफ़नाक स्थिति को देखते हुये बड़े शहरों से फिर पलायन करने लगे हैं। खासतौर पर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद आदि बड़े शहरों से आवाजाही बढ़ गई है। प्रतिदिन कोरोना के मरीजों का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ने लगा है। सरकार कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। वैक्सिनेशन की खपत के लिए सभी राज्यों को कोविड वैक्सीन मुहैय्या करायी जा रही है। 45 साल से अधिक उम्र दारों को कोविड वैक्सीन लगाया जा रहा है। बावजूद इसके कोरोना वायरस कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हम उत्तराखंड की बात करें तो यहां भी कोविड की रफ्तार काफी तेज है। राज्य सरकार ने नियंत्रण लाने के लिए साप्ताहिक लॉक डाउन के तहत देहरादून में शनिवार , बाकी सभी जिलों में प्रत्येक रविवार को पूर्ण लॉक डाउन के निर्देश दिये हैं। रात्रि कर्फ्यू भी लगाया गया है। सभी लोगों से कोविड महामारी से सुरक्षित रहने के लिए नियमों का पालन करने को कहा है।
रविवार को कुमाऊं प्रवेश द्वार हल्द्वानी पूर्ण रूप से बंद रहा जबकि इससे एक दिन पूर्व शनिवार को भी हल्द्वानी बंद था। शनिवार साप्ताहिक बाजार बंद रहने के कारण व्यापार मंडल ने एक दिवसीय बंद का ऐलान किया था। गौरतलब है कि भारत में पिछले साल वर्ष 2020 में कोरोना ने दस्तक ली। इसके बाद लंबे समय तक यहां लॉक डाउन रहा सितम्बर 20 के बाद कुछ हालात सामान्य होने पर लॉक डाउन में ढील दी गई। ज्ञात हो कि जैसे ही ढील मिली लोग लापरवाही में उतरने लगे। कईयों ने मास्क पहनना भी छोड़ दिया। जगह-जगह ज़श्न मनाने शुरू हो गए, यहां तक कि थर्टीफस्ट, फिर होली आदि पर्व बेखौफ मनाया गया। कहीं भी कोविड नियमों का पालन नहीं हुआ। परिणामस्वरूप कोविड फिर से विकराल रूप में उभरने लगा है। मालूम हो कि कोविड न कहीं गया था और न ही मरा था , कोविड जिंदा था और हम सबके आसपास मंडरा रहा था। सरकार की तरफ से वैक्सीन भी आ चुकी है।लेकिन कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है।
कोविड से जंग जीतने के लिये नियमों का पालन करें, सुरक्षित रहें, घर पर रहे, जरूरी हो तभी बाजार और काम पर निकले, मास्क सेनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें।