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उत्तराखण्ड

सिंगली के एक किमी दायरे में घूम रहा गुलदार, ट्रैप कैमरे में भी दिखा; मिले फुटमार्क

देहरादून: राजपुर क्षेत्र के सिंगली गांव में चार वर्षीय मासूम को मारने के बाद गुलदार गांव के एक किलोमीटर में घूम रहा है। गांव के आसपास उसे फुटमार्क मिले हैं। इसके अलावा वन विभाग के लगाए गए ट्रैप कैमरे में भी गुलदार के फुटेज दिख रहे हैं। बता दें कि मंगलवार-बुधवार की रात आंगन से चार वर्षीय मासूम आयांश को गुलदार के उठा ले जाने के बाद वन विभाग की टीमें उसे तलाश रही हैं।

टीमों ने गुलदार पकड़ने के लिए चार पिंजरे और 20 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। टीम के सदस्यों के अनुसार, गुलदार के फुटमार्क और ट्रैप कैमरे में फुटेज दिखने के बाद यह तय हो गया है कि वह गांव से अधिक दूर नहीं गया है। अब वन विभाग की टीम गुलदार के पिंजरे में आने का इंतजार कर रही है। अगले तीन-चार दिन तक विभाग की टीम गुलदार के पिंजरे कैद होने का इंतजार करेगी। इसके बाद ही अगला कदम उठाया जाएगा।
गौरतलब हो कि गांव में इस घटना के बाद पुलिस व ग्रामीण देर रात तक कांबिंग कर बच्चे की तलाश करते रहे। बच्चे का पता नहीं लगा लेकिन बाद में उसका शव बरामद हुआ। गुलदार का खौफ लगातार क्षेत्र में कायम है। ग्रामीणों को डर सता रहा है कि कहीं गुलदार किसी अन्य वारदात को अंजाम न दे दे। हालांकि, वन विभाग की टीमों ने पहरा बढ़ाकर गांव और आसपास के जंगल में 20 ट्रैप कैमरे लगा दिए हैं।

डीएफओ मसूरी वैभव सिंह ने बताया कि गुलदार के फुटमार्क लगातार सिंगली गांव के आसपास मिल रहे हैं। इससे यह स्पष्ट है कि गुलदार गांव के आसपास ही घूम रहा है। उधर गांव और जंगल में लगाए गए कैमरे में भी गुलदार को कैद किया गया है इसलिए अब वन विभाग गुलदार की तलाश को लेकर चिंतित नहीं है। गुलदार पर विभाग की लगातार नजर है। पिंजरे को गुलदार की लोकेशन के इर्द-गिर्द लगाया गया है, ताकि उसे जल्द पकड़ा जा सके।

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अभी नहीं किया जाएगा ट्रैंकुलाइज
डीएफओ ने बताया कि अभी गुलदार को पकड़ने के लिए सिर्फ पिंजरे के विकल्प पर ही काम किया जा रहा है। किसी अन्य विकल्प पर कोई काम विभाग नहीं कर रहा है। ट्रैंकुलाइज करने को लेकर कोई प्लान नहीं बनाया गया है। यह अंतिम विकल्प है। अगर पिंजरे से बात नहीं बनेगी तो ट्रैंकुलाइज करने के बारे में सोचा जाएगा।

सिंगली गांव में मिले फुटप्रिंटमई 2023 में विकासनगर के शंकरपुर में गुलदार को पिंजरे में कैद किया गया था। सहसपुर के शंकरपुर स्थित राम खाली के पास वन विभाग ने पिंजरा लगाया था, जिसमें गुलदार को कैद करने में सफलता मिली थी।

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