गढ़वाल
कोरोना संक्रमण के बीच सामान्य ऑपरेशन को लेकर एम्स के डॉक्टर ने दी सलाह
कोरोना वायरस की वजह से अस्पतालों में डॉक्टर कम गंभीर पेशेंट को इतना समय नहीं दे पा रहे हैं जितना वह कोरोना के मरीज को समय दे रहे हैं ऐसे में एक बड़ी खबर उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स से सामने आ रही है जहां पर एम्स के डॉक्टर ने आम मरीजों को ऑपरेशन के बारे में सलाह दी है। उनका कहना है कि इस कठिन वक्त में बेहतर यही होगा कि केवल वही लोग ऑपरेशन कराएं जिन्हें इमरजेंसी है।राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले पिछले कुछ दिनों में खासा कम हुए हैं। पर्वतीय जिलों की अपेक्षा मैदानी जिलों में पॉजिटिविटी रेट काफी कम हो गया है। मगर चिंता की बात गंभीर संक्रमण के मामलों का न घटना है।
अब सरकारी अस्पतालों ने मरीजों की संक्रमण से सुरक्षा के मद्देनजर इलेक्टिव (सामान्य) ऑपरेशन बंद कर दिए हैं। हालांकि इमरजेंसी ऑपरेशन किए जा रहे हैं।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. बीके बस्तिया ने सभी जनता से अपील की है। उनका कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक है जिस कारण काफी संख्या में गंभीर मरीज निकल रहे हैं। इसलिए मौजूदा हालातों में इलेक्टिव (सामान्य) ऑपरेशन को चिकित्सक की सलाह पर तीन से चार हफ्तों तक टाला जा सकता है।
डॉ. बीके बस्तिया ने इसके पीछे का कारण ऑपरेशन के बाद घटने वाली मरीज की इम्यूनिटी को बताया। दरअसल आपरेशन से इंसान की रोग प्रतिरोध क्षमता कम हो जाती है। जिससे कोरोना संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में इस समय केवल इमरजेंसी (लाइफ सेविंग) ऑपरेशन को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि कोरोना संक्रमितों को बेहतर इलाज मिल सके।हालांकि डॉ. बस्तिया ने यह भी कहा कि चिकित्सकों की सलाह पर सामान्य ऑपरेशन वाले मरीजों को जरूरी दवाएं लेते रहना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सिट्रस फल जैसे नींबू, संतरा, अंगूर खाना चाहिए। रिकवरी में ब्रोकली भी फायदेमंद है। इसमें विटामिन सी, ई और ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा ऑपरेशन करा कर आए लोग तुलसी का सेवन कर सकते हैं।