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बैंक की रिकवरी टीम पर अभद्रता का आरोप, किसान परिवार दहशत में
बाजपुर। सरकार एक तरफ किसानों को बैंकों से लोन देने के लिए बड़ी- बड़ी योजनाए बनाती है, उन्हें आसानी से क़र्ज़ देने के साथ ही रियायत देने की बात करती है। लेकिन यहां ठीक इसके विपरीत कार्य होता दिखाई दे रहा है। बाजपुर के मडैरया हटटू निवासी पाल सिंह पुत्र बलवंत सिंह तथा उत्तम सिंह पुत्र करताल सिंह द्वारा कुछ वर्षो पहले संयुक्त रूप से पीएनबी के शाखा बाजपुर से ऋण लिया गया ।

बताया गया कि कुछ समय पहले उत्तम सिंह की मृत्यु हो चुकी है। वर्तमान में पाल सिंह भी बीमार चल रहे हैं। पाल सिंह के परिजनों का आरोप है की पीएनबी की रिकवरी टीम ने उनके साथ बदसलुकी की है। जिसके चलते पाल सिंह की हालात और अधिक खराब हो गई है। परिजनों का कहना है की वह ऋण की बकाया राशि ओटीएस (वन टाइम सेटेलमेंट) के तहत मिलने वाली छूट देने के उपरांत जमा करने को भी तैयार हैं लेकिन बैंक उन्हें छूट देने के बाद ओटीएस के तहत कितनी बकाया राशि जमा करनी है इस बात का पत्र जारी नही कर रहा है। जिससे वह परेशान है। उल्टा उन्हें धमकाया जा रहा है।

पारिजनों का कहना हैं कि कुछ दिन पहले उन्हें लोन चुकाने के लिए 16 लाख रुपये नगद लेकर बैंक आने को कहा गया, लेकिन ओटीएस के तहत कहा जमा करना है यह नहीं बताया। आरोप हैं की जब उनको बैंक में अकेले कैश लेकर आने के लिए कहा गया तो वह शक में आ गये । इसके बाद उन्होंने 17 दिसम्बर 2024 को एक लाख रूपए ज़मा भी किए हैं।
रिकवरी करने आयी टीम की वजह से पाल सिंह का परिवार दहशत में आ गया है। किसान परिवार का कहना है कि जल्द ही अनके मामले में पीनबी, बैंक के सक्षम अधिकारी ने मामले का संज्ञान नही लिया, उनको फाइनल ऋण चुकता करने के लिए पत्र नहीं दिया तो वह क्षेत्र के अन्य किसानों को साथ लेकर उग्र आंदोलन के लिए मजबूर हो जायेगा। इधर मामले में पीनबी के अधिकारियों से पूछताछ करने व उनका पक्ष जानने के लिये जब सम्पर्क किया गया तो उनकी तरफ से कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। उनका कहना था की ऋण लिया है तो जमा भी करना ही होगा। रिकवरी टीम द्वारा की गई अभद्रता के बारे में जब पूछा गया तो बैंक अफसर बोले यह तो उनका काम ही है। बिना धमकाये रिकवरी होगी कैसे। बहरहाल मामले में एक बैंक अधिकारी द्वारा जांच किये जाने का आश्वाशन दिया जा रहा है।


